निर्मला सीतारमण और सिद्धार्थ नाथ सिंह ने किया उभरते सितारे फंड का शुभारम्भ

निर्मला सीतारमण और सिद्धार्थ नाथ सिंह ने किया उभरते सितारे फंड का शुभारम्भ

लखनऊ। राजधानी लखनऊ में भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) और इंडिया एक्जिम बैंक के उभरते सितारे फंड की शुरुआत करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि उत्तर प्रदेश की एक जिला एक उत्पाद योजना (ओडीओपी) देश के लिए रोल माडल है। निर्यात की संभावना वाली कंपनियों की मदद के लिए शुरु किए गए उभरते सितारे फंड को ओडीओपी से रफ्तार मिलेगी।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में देश के किसी राज्य के मुकाबले सबसे ज्यादा छोटे व मझोले उद्योग (एमएसएमई) हैं और यहां के लोग इसका सबसे ज्यादा लाभ ले सकेंगे। उन्होंने कहा कि फंड के जरिए निर्यात की संभावना वाले उद्यमों को वित्तीय व तकनीकी मदद दी जाएगी। उन्होंने कहा इन उद्यमों की पहचान एक बड़ी चुनौती थी।

वित्त मंत्री ने एक जिला-एक उत्पाद कार्यक्रम के लिए राज्य सरकार की सराहना करते हुए कहा कि इस योजना ने पारंपरिक कला एवं कारीगरों को नई पहचान दी है। कारीगरों को नई तकनीक से जोड़कर उनके उत्पादों को वैश्विक पहचान दिलाने में राज्य सरकार की बड़ी भूमिका रही है। उभरते सितारे कार्यक्रम के अंतर्गत एमएसएमई के साथ-साथ ओडीओपी कारीगरों को भी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में पहले से ही ओडीओपी योजना मौजूद होने के फलस्वरूप यहां आसानी से इन उद्योगों व ईकाईयों को चिन्हित किया जा सकेगा। ओडीओपी के चलते जिलों में क्लस्टरों के विकास में मदद मिलेगी।

वित्त मंत्री ने उत्तर प्रदेश सरकार के साथ ही सिडबी व एक्जिम बैंक से कहा कि उभरते सितारे फंड के बारे में हर जिले में छोटी व मझोली ईकाईयों को जागरुक किया जाए जिससे वो अधिक से अधिक फायदा ले सकें। उन्होंने कहा उभरते सितारे फंड का उद्देश्य उन ईकाईयों को चिन्हित कर मदद देना है जो निर्यात की चैम्पियन हो सकती हैं।

उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि उभरते उत्तर प्रदेश के लिए उभरते सितारे फंड लाभदायक साबित होगा और यहां की एमएसएमई को नई रफ्तार मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोविड की चुनौती के बावजूद 70 लाख नयी ईकाईयां स्थापित हुई हैं और 2.6 करोड़ लोगों को प्रदेश में छोटे व मझोले उद्योगों में रोजगार मिला है। उन्होंने कहा कि कोविड काल में भी प्रदेश सरकार ने छोटी व मझोली ईकाईयों को 73000 करोड़ रुपये का कर्ज बांटा है जो पहले महज 28000 करोड़ सालाना हुआ करता था।

भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक सिवसुब्रमणियन रमण ने उभरते सितारे फंड की शुरुआत के मौके पर कहा कि स्टार्ट अप फंड से अर्थव्यवस्था को गति मिली है। उन्होंने कहा कि सिडबी उत्तर प्रदेश के लिए स्टार्ट फंड को फिर से गतिशील करेगा और इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार का सहयोग लेगी। छोटे व मझोले उद्यमों के लिए काम कर रही सिडबी ने अभी तक उत्तर प्रदेश में 1.7 लाख लोगों तक लाभ पहुंचाया है। सिडबी का उद्देश्य छोटे व मझोले उद्योंगो को सही ब्याज दरों पर वित्तीय सहायता उपलब्ध कराना है।

सिडबी के अध्यक्ष रमण ने बताया कि उभरते सितारे फंड का उद्देश्य विनिर्माण और सेवा क्षेत्र के छोटे व मझोले उद्यमों सहायता देना और उनके विकास में सहयोग करना है। उभरते सितारे फंड उन उद्यमों की सहायता करेगा जिनमें निर्यात की अच्छी संभावनाएं हैं। इस अवसर पर सिडबी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक ने देश में, खासकर उत्तर प्रदेश में एमएसएमई के संवर्धन के लिए पिछले दिनों शुरू की गई कई महत्त्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बताया कि सिडबी क्रेडिट-प्लस के जरिए देश में एमएसएमई क्षेत्र के विकास को आसान बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

सिडबी और एक्जिम बैंक की पहल पर शुरु किए गए इस उभरते सितारे फंड का लाभ छोटी व मझोली कंपनियां उठा सकेंगी। गौरतलब है वित्त मंत्री ने उभरते सितारे कार्यक्रम (यूएसपी) की घोषणा पिछले साल के अपने बजट भाषण में की थी। इस कार्यक्रम के अंतर्गत उन कंपनियों को चिह्नित किया जाता है, जो आने वाले कल की निर्यात चैम्पियन हो सकती हैं और जिनमें वैश्विक मांगों को पूरा करने की प्रबल संभावनाएं हैं। यूएसपी कार्यक्रम के तहत उभरते सितारे नाम से वैकल्पिक निवेश फंड बनाया गया है। इस फंड में सिडबी और इंडिया एक्जिम बैंक ने 40-40 करोड़ रुपये का अंशदान किया है। इस फंड को इसी साल जुलाई में सेबी के साथ रजिस्टर कर लिया गया है। इस फंड की शुरुआती राशि 250 करोड़ रुपये रखी गई है जबकि 250 करोड़ रुपये का ही ग्रीन शू ऑप्शन रखा गया है। इंडिया एक्ज़िम बैंक की उप प्रबंध निदेशक हर्षा बंगारी ने बताया कि बैंक ने किस तरह कोविड-19 महामारी के बीच यूएसपी का परिचालन शुरू किया और प्रमुख अकादमिक संस्थानों, वाणिज्य मंडलों, उद्योग निकायों के साथ साझेदारी बढ़ाई।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी एवं अपर मुख्य सचिव एमएसएमई डॉ. नवनीत सहगल भी मौजूद थे।

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