muslim-community-should-be-taught-nikah-only-by-registered-kajis---haji-rajjan-ali
muslim-community-should-be-taught-nikah-only-by-registered-kajis---haji-rajjan-ali

रजिस्टर्ड काजियों से ही निकाह पढ़वायें मुस्लिम समाज - हाजी रज्जन अली

चित्रकूट, 03 अप्रैल (हि.स.)। गुलशन-ए-रजा-ए-मुस्तफा कमेटी के अध्यक्ष हाजी रज्जन अली व अंजुमन स्लाहुल मुसलमीन तरौंहा कर्वी के अध्यक्ष हाजी अब्दुल जलील सिद्दीकी ने मुस्लिम भाइयों को बताया कि दोनों कमेटियां सोसाइटी रजिस्ट्रेशन एक्ट से मान्यता प्राप्त हैं। इन्हीं कमेटियों ने जिले में काजी नियुक्त कर निकाहनामा पढ़वाने का अधिकार दिया है। शनिवार को दोनों कमेटियों के अध्यक्षों ने बताया कि शौहर-बीबी के पवित्र रिश्ते के निकाह की रसीद इन्हीं कमेटियों को देने का अधिकार है। यही रसीद कोई विवाद होने की दशा में अदालत में मान्य है। जिले के अन्दर ज्यादातर गांवों में कुछ एक मौलवी कुछ पैसों की लालच में बाजार में बिकने वाले फर्जी निकाहनामा खरीदकर अवैध ढंग से निकाह पढ़ा रहे हैं, जिसकी कोई मान्यता नहीं है। ऐसे कथित मौलवी/काजियों से भी अध्यक्षों ने अपील किया है कि फर्जी गोरखधन्धे से बाज आयें। निकाह पढ़ाने का सौख है तो इस नेक काम को करने को रजिस्टर संस्था से सम्पर्क कर रजिस्टर प्राप्त कर लें और भविष्य में कानूनी अड़चनों से बचें। दोनों कमेटियों के मध्य आपसी बटवारा के तहत तहसील कर्वी व राजापुर के गांवों में अंजुमन कमेटी तरौंहा व तहसील मऊ व मानिकपुर के गांवों में गुलशन-ए-रजा कमेटी कर्वी से नियुक्त काजी ही निकाह पढ़ाने के हकदार हैं। उन्होंने निकाह पढ़ाने वाले काजियों से गुजारिश की है कि निकाह में खुद को गवाह बनने के लिए तभी सहमति जतायें, जब पूर्ण रुप से संतुष्ट हों। इन बातों का ख्याल रखने से सामाजिक खामियों से बचा जा सकता है। हिन्दुस्थान समाचार/ रतन

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in