नगर निगम ने 15 प्रतिशत बढ़ाया सम्पत्ति कर, कांग्रेस ने किया विरोध
गाजियाबाद, 09 अप्रैल (हि.स.)। गाजियाबाद नगर निगम की सीमा में रहने वाले लोगों को अब ज्यादा संपत्ति कर अदा करना होगा। नगर निगम ने संपत्ति कर में 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दी है। इसका कांग्रेस ने कड़ा विरोध किया है। संपत्ति कर में बढ़ोतरी करने की घोषणा शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने की। नगर आयुक्त ने बताया कि इस संबंध में कोई प्रस्ताव बोर्ड में भेजने की जरूरत नहीं है। क्योंकि पूर्व में एक प्रस्ताव बोर्ड बैठक में यह स्वीकृत हो चुका है कि नगर निगम प्रत्येक वर्ष संपत्ति कर में 5 प्रतिशत बढ़ोतरी कर सकता है। गौरतलब है कि भाजपा के पार्षद राजेंद्र त्यागी ने वर्ष 2014 में रखा था। जिसमें कहा गया था कि नगर निगम प्रत्येक साल पांच प्रतिशत बढ़ोतरी संपत्ति कर में कर सकता है। नगर आयुक्त ने बताया कि पिछले तीन साल से नगर निगम ने संपत्ति कर में कोई बढ़ोतरी नहीं की थी। अब 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी संपत्ति कर में कर दी गई है। उन्होंने बताया कि अब बोर्ड बैठक में कोई प्रस्ताव ले जाने की जरूरत नहीं है। केवल बोर्ड को सूचना इस संबंध में दे दी जाएगी। कांग्रेस के पार्षद मनोज चैधरी ने कहा है कि नगर निगम प्रशासन द्वारा 15 प्रतिशत संपत्ति कर में वृद्धि करना न्यायोचित नहीं है। उनका कहना है कि कोरोना काल के चलते पहले ही शहर की जनता आर्थिक रूप से परेशान है ऐसे में 15 प्रतिशत टैक्स बढ़ाना जनहित में नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी इसका पुरजोर विरोध करेगी। केवल पांच प्रतिशत टैक्स नगर निगम बढ़ा सकती है। नगर निगम को टैक्स बढ़ोतरी के बजाय खर्चों में कटौती करनी चाहिए। हिन्दुस्थान समाचार/फरमान