सावन के पहले सोमवार को उमड़े भक्त, जयकारे से गूंजा विंध्यक्षेत्र
सावन के पहले सोमवार को उमड़े भक्त, जयकारे से गूंजा विंध्यक्षेत्र

सावन के पहले सोमवार को उमड़े भक्त, जयकारे से गूंजा विंध्यक्षेत्र

मीरजापुर, 06 जुलाई (हि.स.)। सावन मास के पहले सोमवार को भगवान भोलेनाथ के दर्शन-पूजन के लिए शिवालयों में भीड़ उमड़ी। हर-हर, बम-बम का जयकारा लगते हुए शिव मंदिरों में स्थित शिव लिंग के समक्ष भक्तों ने शीष झुकाया। साथ ही जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक और भांग-धतूरा, बेल पत्र, मधु, नैवेद्य आदि अर्पित कर कोरोना महामारी के समूल शमन हेतु भगवान से कामना की। हिन्दू पंचाग के अनुसार सावन में औघड़दानी भगवान शंकर और माता पार्वती का भजन और स्मरण का विशेष महात्म्य है। सुबह से ही भक्त गंगा स्नान करने के बाद ताड़केश्वर महादेव, पंचमुखी महादेव, बुढ़ेनाथ महादेव, इमलाहा महादेव, गजनान महादेव आदि मंदिरों में बाबा के दर्शन-पूजन करने के लिए लाइन में खड़े हो गए। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बारी-बारी से बाबा के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किये। महिलाओं ने सुबह से उपवास कर दोपहर में भगवान भोलेनाथ का विशेष पूजन कर प्रसाद आदि अर्पण किया। मंदिरों पर सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात रही। गुलाब की पंखुड़ियों से किया बाबा का श्रृंगार श्रावण मास के प्रथम सोमवार को बाबा बदेवरा धाम मे पांच हजार भक्तों ने दर्शन-पूजन किए। इस अवसर पर बदेवरा नाथ महादेव का गुलाब की पंखुड़ियों व चंदन से भव्य श्रृंगार किया गया। बैरिकेडिंग किए जाने के कारण श्रद्धालुओं को दूर से ही दर्शन करना पड़ा। गंगा नदी के पवित्र जल मे बेल पत्र, भांग- धतूरा, शमी पत्र शिव लिंग पर अर्पण करने वाले भक्तों की मनोकामना पूरी नहीं हो पाई। हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/विद्या कान्त-hindusthansamachar.in

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