फोन की लत छुड़ाने के लिए यूपी सरकार की अनोखी पहल, शुरू होगा मोबाइल नशा मुक्ति केंद्र

विशेषज्ञों का कहना है कि मौजूदा दौर में मोबाइल फोन हमारी जरूरत बन चुका है। मोबाइल फोन के अत्यधिक उपयोग से लोग बीमार हो रहे हैं।
फोन की लत छुड़ाने के लिए यूपी सरकार की अनोखी पहल
फोन की लत छुड़ाने के लिए यूपी सरकार की अनोखी पहल

झांसी, एजेंसी। मोबाइल के अत्यधिक उपयोग की लत और इससे पैदा होने वाली समस्याओं से बचाव के लिए उत्तर प्रदेश सरकार का स्वास्थ्य महकमा काउंसलिंग की सुविधा उपलब्ध कराने पर जोर दे रहा है। इसी प्रयास के तहत झांसी के जिला अस्पताल में मोबाइल नशा मुक्ति केंद्र की शुरुआत होने जा रही है। इस मोबाइल नशा मुक्ति केंद्र में एक काउंसलर की तैनाती रहेगी। वह मोबाइल के अत्यधिक उपयोग से होने वाले दुष्प्रभाव से बचने में सहायता करेगा और उपचारित करेगा। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों के मुताबिक इसी महीने काउंसलिंग केंद्र की शुरुआत हो जाएगी।

मोबाइल का नशा लोगों को मानसिक व शारीरिक दोनों तरह से बीमार कर रहा है

विशेषज्ञों का कहना है कि मौजूदा दौर में मोबाइल फोन हमारी जरूरत बन चुका है। मोबाइल फोन के अत्यधिक उपयोग से लोग बीमार हो रहे हैं। जानकार बताते हैं कि मोबाइल का नशा लोगों को मानसिक व शारीरिक दोनों तरह से बीमार कर रहा है। मोबाइल के नशे की गिरफ्त में आए ऐसे लोगों को इस बुरी लत से छुटकारा दिलाने के लिए यूपी के स्वास्थ्य विभाग की अनूठी पहल के तहत जिला अस्पताल झांसी में मोबाइल नशा मुक्ति केंद्र की शुरुआत की जा रही है।

अप्रैल महीने में झांसी जिला अस्पताल में मोबाइल नशा मुक्ति केंद्र की शुरुआत होगी

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मंडलीय परियोजना प्रबंधक आनंद चौबे ने बताया कि मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत यह पहल की जा रही है। अप्रैल महीने में झांसी जिला अस्पताल में मोबाइल नशा मुक्ति केंद्र की शुरुआत कर ली जाएगी। इसमें एक काउंसलर की तैनाती रहेगी और यहाँ परामर्श का दिन और समय भी निर्धारित रहेगा। समस्या से ग्रसित लोग यहाँ पहुंचकर विशेषज्ञ परामर्श सेवा हासिल कर सकेंगे।

इन लक्षणों के दिखने पर हो जाएं सावधान-

विशेषज्ञ बताते हैं कि इन लक्षणों के दिखने पर सावधान हो जाना चाहिए क्योंकि ये मोबाइल के लत की चपेट में आने की पहचान हैं-

-देर रात तक मोबाइल लेकर बैठे रहना।

-बिना वजह फेसबुक, व्हाट्सएप पर एक्टिव रहना।

-खाली समय मिलते ही मोबाइल में व्यस्त हो जाना।

-दिन में 08 से 12 घंटे तक मोबाइल का इस्तेमाल करना

-हर 10 मिनट बाद मोबाइल की स्क्रीन देखना।

-दिन में आठ से दस घंटे सोशल मीडिया पर एक्टिव रहना।

-बार-बार फोटो पर कमेंट और लाइक देखना।

-बार-बार मोबाइल में फिजूल के वीडियो देखते रहना।

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