मेरठ: मुनादी कराकर बर्ड फ्लू से जागरूक किए जाएंगे लोग
मेरठ, 12 जनवरी (हि.स.)। बर्ड फ्लू के बढ़ते खतरों से लोगों को आगाह करने के लिए जिला प्रशासन ने एक्शन प्लान तैयार किया है। इसके लिए 12 रैपिड रेस्पांस टीमों का गठन किया गया है। गांवों में मुनादी कराकर लोगों को बर्ड फ्लू के प्रति जागरूक किया जाएगा। जिलाधिकारी के बाला जी ने बताया कि बर्ड फ्लू एक हाईली पैथोजेनिक वायरस है। इसके नियंत्रण के लिए मेरठ में जनपदीय एक्षन प्लाॅन तैयार किया जा चुका है। 12 रैपिड रेस्पान्स टीम कार्यरत है तथा राजकीय पशु चिकित्सालय सदर में 24 घंटे काम करने वाला एक कंट्रोल रूम बनाया गया है। डीएम ने विकास खंड स्तर पर बर्ड फ्लू पर प्रभावी नियंत्रण के लिए कार्ययोजना बनाने को कहा है। गांवों में मुनादी कराकर लोगों को बर्ड फ्लू के प्रति जागरूक करने के निर्देश दिए गए हैं। सभी पोल्ट्री फार्म बायो-सिक्योरिटी गाइडलाईन का पालन करने को कहा गया है। पक्षियों की मृत्यु की सूचना तत्काल जिला प्रशासन को दी जाए। हर पोल्ट्री फार्म पर पक्षियों, अंडे व उनके फीड को सूचीबद्ध किया जाए। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डाॅ. अनिल कंसल ने कहा कि बर्ड फ्लू के नियंत्रण के लिए सभी विभागों को दायित्व दिए गए हैं। जिला पंचायत राज विभाग के माध्यम से पोल्ट्री फार्मो को ग्राम विकास अधिकारियों द्वारा सूचीबद्ध करना, विकास खंड स्तर पर पक्षियों की बिक्री केन्द्रो को सूचीबद्ध करने का कार्य खाद्य एवं प्रसंस्करण विभाग को दिया गया है। स्वास्थ्य, वन आदि विभागों को भी दायित्व दिए गए हैं। मेरठ में 62 पोल्ट्री फार्म है। बर्ड फ्लू के नियंत्रण के लिए नोडल अधिकारी बनाए गए डाॅ. रजनीश ने बताया कि बर्ड फ्लू प्रवासी पक्षी के द्वारा फैलता है। लोगों द्वारा जो सतर्कता कोरोना के लिए बरती गयी है जैसे माॅस्क पहनना, नियमित अंतराल पर हाथ धोना व शारीरिक दूरी का पालन करना, वैसी ही सतर्कता बर्ड फ्लू के लिए बरतनी है। हिन्दुस्थान समाचार/कुलदीप-hindusthansamachar.in