मेरठ: 2724 गोवंश को मिला गोआश्रय स्थलों में संरक्षण
मेरठ, 11 मई (हि.स.)। मेरठ जनपद में 2724 गोवंश को गोआश्रय स्थलों में रखकर संरक्षित किया जा रहा है। इन गोवंश के खाने के लिए 23 भूसा बैंक की स्थापना की जा रही है। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डाॅ. अनिल कंसल ने बताया कि मेरठ जनपद में 24 गो-आश्रय स्थलों की स्थापना की गई है। जिले में 3927 गोवंश को गोआश्रय स्थलों में संरक्षित किया जा चुका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की गोवंश सहभागिता योजना के अन्तर्गत कुछ गोवंश को गो प्रेमियों की सुपुर्दगी में दिया गया है। इसके बाद बचे 2724 गोवंश को गोआश्रय स्थलों में संरक्षित करके देखभाल की जा रही है। उन्होंने बताया कि संरक्षित गोवंश को समुचित सुरक्षा प्रदान करने के साथ-साथ उनके भरण-पोषण हेतु स्थानीय स्तर पर भूसे की व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए गेहूं की कटाई के समय भूसा इकट्ठा करके 23 भूसा बैंक की स्थापना की गई है। बरसात में भूसे को बचाने की व्यवस्था की गई है। सीवीओ ने बताया कि प्रत्येक गोआश्रय स्थल पर प्रतिदिन की भूसे की आवश्यकता के अनुसार भूसा जा रहा है। जनपद में स्थापित 23 भूसा बैंक में 3266 कुन्तल भूसे का भण्डारण किया गया है। जिसमें से 2316 कुन्तल राज्य सरकार से प्राप्त होने वाली गोवंश के भरण-पोषण की धनराशि से खरीदा गया है। जबकि 950 कुन्तल भूसा विभिन्न कल्याणकारी संस्थाओं एवं अन्य दानदाताओं द्वारा उपलब्ध कराया गया है। गोवंश के लिए हरे चारे की भी व्यवस्था की जा रही है। हिन्दुस्थान समाचार/कुलदीप