mathura-people-of-nath-community-performed-a-body-after-not-getting-land-for-samadhi
mathura-people-of-nath-community-performed-a-body-after-not-getting-land-for-samadhi

मथुरा : समाधि के लिए जमीन न मिलने पर नाथ सम्प्रदाय के लोगों ने शव रख किया प्रदर्शन

मथुरा, 27 मई(हि.स.)। गोवर्धन थाना क्षेत्र में परिजनों ने गुरूवार मृतक महिला को समाधि देने से वन विभाग के द्वारा रोके जाने से परिक्रमा मार्ग पर विरोध प्रदर्शन किया। मृतक महिला नाथ सम्प्रदाय की है, क्षेत्राधिकारी गोवर्धन ने नाथ सम्प्रदाय की मृतक महिला के शव दफनाने के लिए दूसरी जगह दे दी है, तब जाकर मामला शांत हो सका। गोवर्धन थाना क्षेत्र के छोटी गिरिराज परिक्रमा मार्ग राधाकुंड के नगला सपेरा में गुरूवार नाथ सम्प्रदायक की महिला नेमा देवी 50 वर्ष पत्नी हजारी प्रसाद नाथ की मौत हो गई। जब ग्रामीण मृतक महिला का शव को दफानने पहुंचे तो वहां वन विभाग की टीम ने उन्हें रोक दिया। जिससे नाथ सम्प्रदाय के लोगों ने परिक्रमा मार्ग पर शव को रखकर हंगामा काटा। पुलिस और जिला प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद शव को थोड़ी दूर दफनाया गया है। मृतक महिला के बेटे कैलाश ने बताया कि मेरी माता जी का निधन हो गया है, नाथ संप्रदाय में समाधि लगाई जाती है, लेकिन श्मशान घाट पर जमीन न होने के कारण वहां से भगा दिया गया। अब हम लोग कहां जाएं। माताजी को समाधि देनी है, फिलहाल परिक्रमा मार्ग में शव को लेकर बैठे हुए हैं। नगला सपेरा के पूर्व प्रधान विजय पाल ने बताया कि सपेरा नगला के लोगों के लिए श्मशान भूमि न होने से शवों को दफनाने को बड़ी परेशानी बनी हुई है, ग्रामीण मजबूरन 50 साल से नगला सपेरा के सामने वन विभाग की जमीन पर शवों को दफनाती चली आ रही है, लेकिन एनजीटी द्वारा शवों के दफनाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है जिससे वन विभाग ने इन्हें रोक दिया है। क्षेत्राधिकारी वन विभाग ब्रजेश सिंह परमार ने बताया कि लोग महिला के शव को वन विभाग की जमीन में दफनाने गए थे उन्हें रोक दिया गया है, परिक्रमा मार्ग है यहां लोग पौधे लगाएंगे, जिससे हरियाली रहेगी। यहां शवों को दफन नहीं होने दिया जाएगा। लोग अपने श्मशान स्थल या समाधि स्थल पर ही शवों को दफनाएं। गुरूवार दोपहर पहुंचे उपजिलाधिकारी राहुल यादव ने फिलहाल महिला के शव को दफनाने की व्यवस्था दूसरी जगह कर दी है। हिन्दुस्थान समाचार/महेश

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in