लखनऊ, (हि.स.)। पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने बुधवार को कहा कि उन्होंने समाजवादी पार्टी नहीं छोड़ी है, सिर्फ पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा दिया है। आगे का फैसला पार्टी मुखिया अखिलेश यादव को लेना है। अखिलेश के निर्णय के बाद ही वह कोई निर्णय लेंगे। मौर्य सपा से विधानपरिषद सदस्य हैं।
जिनकी कोई हैसियत नहीं वो अनर्गल टिप्पणी करते हैं
मौर्य ने पत्रकार वार्ता में किसी नेता का जिक्र किए बिना कहा कि छोटे नेता मेरे बयान को निजी बताते हैं। जिनकी कोई हैसियत नहीं वो अनर्गल टिप्पणी करते हैं। यह ठीक नहीं है। सपा मुख्यालय में शालिग्राम पूजा के सवाल पर मौर्य ने कहा कि इससे उनका कोई सरोकार नहीं है।
इसके पीछे मनोज पांडेय की उनके खिलाफ की गई तल्ख टिप्पणी को माना जा रहा है
उल्लेखनीय है कि मंगलवार शाम को मौर्य ने सोशल मीडिया के जरिए एक पत्र जारी कर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा दिए जाने की जानकारी दी थी। इसके पीछे सपा विधायक मनोज पांडेय की उनके खिलाफ की गई तल्ख टिप्पणी को माना जा रहा है। वहीं लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर पार्टी नेताओं के बीच अंतर्कलह से भी इनकार नहीं किया जा सकता।
समाजवादी पार्टी में अंतर्कलह बढ़ती जा रही है
जैसे जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आता जा रहा है वैसे वैसे समाजवादी पार्टी में अंतर्कलह बढ़ती जा रही है। पार्टी नेताओं द्वारा एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाए जाने के चलते पहले स्वामी प्रसाद मौर्या ने अपने पद से इस्तीफा दिया। आज पल्लवी पटेल भी सपा अध्यक्ष के खिलाफ खड़ी हो गई हैं। वहीं पूर्व में कई जिलों के सपा नेताओं द्वारा पार्टी को छोड़कर दूसरे दलों में जाने का सिलसिला भी जारी है।
अपना दल कमेरावादी की नेता पल्लवी पटेल ने एक सवाल के जवाब में कहा कि वह राज्यसभा के लिए मतदान में अपना मतदान नहीं करेंगी। आगे गठबंधन की बात पार्टी की मुखिया कृष्णा पटेल तय करेंगी। उन्होंने कहा कि सपा जिस तरह सियासत कर रही वो गलत है।
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