लखनऊ, (हि.स)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने पूर्व मुख्यमंत्री एवं सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को अवैध खनन मामले में बुधवार को समन भेजकर बतौर गवाह पूछताछ के लिए गुरुवार (29 फरवरी) को दिल्ली बुलाया है।
जांच एजेंसी ने यह समन अवैध खनन के मामले में भेजा है
सूत्रों ने बताया कि जांच एजेंसी ने यह समन अवैध खनन के मामले में भेजा है। उत्तर प्रदेश में वर्ष 2012-17 तक सपा की सरकार थी और अखिलेश यादव मुख्यमंत्री थे। इस दौरान हमीरपुर जिले में हुए अवैध खनन के मामले में वर्ष 2019 में सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की थी। इसमें हमीरपुर की तत्कालीन जिलाधिकारी समेत कई अधिकारियों के भी नाम हैं। एफआईआर में आरोप है कि इन अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने खनन के लिए निकाली गए टेंडर में निर्धारित प्रक्रिया का पालन नहीं किया। खनिजों का अवैध खनन भी होने दिया।
इस मामले की जांच दिल्ली की सीबीआई टीम कर रही है
इस मामले की जांच दिल्ली की सीबीआई टीम कर रही है। अखिलेश यादव को गुरुवार को दिल्ली में इस मामले में बतौर गवाह सीबीआई के समक्ष पेश होना है।
सरकारी कर्मचारियों ने हमीरपुर में खनिजों का अवैध खनन होने दिया था
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को जनवरी 2019 में दर्ज की गई CBI के FIR के संबंध में समन किया गया है। जिसका संबंध वर्ष 2012-2016 के बीच हमीरपुर में कथित अवैध खनन से है। जनवरी 2019 में तब के जिला मजिस्ट्रेट और अन्य सहित कई अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई थी। इस प्राथमिकी(FIR) में साफ साफ सरकारी कर्मचारियों पर आरोप है कि उन्होंने हमीरपुर में खनिजों का अवैध खनन होने दिया था।
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के लिए काफी कड़ा समय चल रहा है, अभी उन्हें राज्यसभा चुनाव में बड़ा झटका लगा है। उनकी पार्टी के विधायकों ने राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करके उन्हें बड़ा झटका दिया। अब CBI में उनकी पेशी है।
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