प्रयागराज में एम्स की स्थापना को राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री को पत्र
प्रयागराज, 16 मई (हि.स)। प्रयागराज में एम्स की स्थापना को विधान परिषद सदस्य बासुदेव यादव ने पत्र के माध्यम से भारत के राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री से गुहार लगाई है। उन्होंने कहा है कि कोरोना काल में महामारी ने जनमानस को झकझोर तथा भयभीत कर दिया है। चिकत्सा का कोई समुचित प्रबन्ध व व्यवस्था न होने के कारण भी अधिक मौतें हुई हैं। ऐसे में अगर प्रयागराज में एम्स की स्थापना हो जाए तो प्रयागराज सहित आसपास के 20 जिलों को इसका लाभ मिल सकता है। विधान परिषद सदस्य ने देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से पत्र के माध्यम से प्रयागराज में एक एम्स की आवश्यकता के सम्बन्ध में अवगत कराते हुए कहा है प्रयागराज कुम्भ मेले के आयोजन और धार्मिक, आध्यात्मिक, शैक्षणिक, सांस्कृतिक नगर के रुप में विख्यात है। इस माटी की महत्ता का जिक्र करते हुए लिखा है कि इस माटी ने उच्चकोटि के राजनीतिक, शिक्षाविद, न्यायविद तथा प्रशासनिक अधिकारी देश सेवा में दिए हैं। प्रदेश तथा देश की सरकार यहां आयोजित होने वाले सबसे बड़े धार्मिक आयोजन महाकुम्भ में सहयोग करके अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकृष्ट करती है। कुम्भ के दौरान गंगा, जमुना व अदृश्य सरस्वती के संगम की रेती पर विश्व का सबसे बड़ा शहर बस जाता है। जिसकी ख्याति पूरे प्रदेश व देश को मिलती है। उन्होंने राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री से निवेदन किया है कि प्रयागराज की महत्ता तथा आवश्यकता को देखते हुए यहां पर एम्स की स्थापना की जाए। यहां का जन मानस भी एम्स स्थापना की मांग करता है। समाजवादी पार्टी महानगर प्रवक्ता सै.मो. अस्करी ने बताया कि बासुदेव यादव ने अपने पत्र में हण्डिया में ग्राम सभा की 163 एकड़ जमीन पर प्रस्ताव तैयार करके तत्कालीन कमिश्नर देवेश चतुर्वेदी तथा मुख्य चिकित्साधिकारी प्रयागराज के प्रस्ताव से शासन को स्वीकृति के लिए भेजा जा चुका है। ज्ञात हुआ है कि अभी तक उस प्रस्ताव व परियोजना पर कोई कार्यवाही नहीं की जा सकी। हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त