ज्ञान, कौशल के साथ-साथ व्यवहारगत परिवर्तन हमारा उद्देश्य - निदेशक
प्रयागराज, 01 जून (हि.स.)। सीमैट की निदेशक डॉ. सरिता तिवारी ने मंगलवार को ‘डिप्लोमा इन एजूकेशनल मैनेजमेन्ट’ कार्यक्रम के ऑनलाइन कोर्स का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण का कार्य शिक्षक की क्षमता को बढ़ाने के लिये किया जाता है। हमारा उद्देश्य, ज्ञान तथा कौशल के साथ साथ व्यवहारगत परिवर्तन करने का है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रशिक्षित अध्यापक बच्चों को उच्च गुणवत्ता का ज्ञान प्रदान करे। जिससे उसका जीवन लाभान्वित हो। प्रत्येक व्यक्ति के अन्दर एक चुम्बकीय ताकत होती है जो अपने व्यवहार से दूसरों को जोड़ती है। इसलिये आप अपने व्यक्तित्व को इस प्रकार विकसित करें, जिससे उनके अन्दर आपके प्रति लगाव हो। यही अध्यापक की सफलता है कि बच्चे निर्भय होकर अध्यापक से सभी प्रकार की बातें कर सके। निदेशक ने आगे कहा कि वर्तमान समय में परम्परागत शिक्षा पर्याप्त नहीं है। इसके साथ-साथ बच्चों में कौशल विकास का कार्य भी करना होगा। अलग-अलग व्यक्तियों में अलग-अलग प्रतिभा होती है। यदि उसे निखारा जाय तो उसका लाभ उन्हें जीवन पर्यन्त प्राप्त होता है। कहा कि इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्तर के शिक्षाविदों, विश्वविद्यालय तथा कॉलेजों के प्रोफेसर आदि के व्याख्यान की व्यवस्था की जायेगी। विभागाध्यक्ष, डॉ. अमित खन्ना ने कहा कि यह कोर्स प्रतिभागयों को पुनः विद्यार्थी जीवन में वापस लेकर जायेगा। जहां आप बहुत कुछ नया सीखेंगे, जिसका लाभ आपको जीवन पर्यन्त मिलेगा। प्रवक्ता प्रभात कुमार मिश्रा ने कहा कि प्रशिक्षण कार्यक्रम में आधुनिक तकनीकों को सम्मिलित किया गया है जिसके प्रशिक्षण के उपरान्त, प्रशिक्षणार्थी अपने को अधिक सबल महसूस करेंगे। पुस्तकालयाध्यक्ष सरदार अहमद ने इस कोर्स में पुस्तकों की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुये कहा कि आप सभी अपने पुस्तकालय को क्रियाशील करें और लाभान्वित हों। कार्यक्रम समन्वयक पवन सावंत ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। कहा कि हमारा लक्ष्य प्रत्येक प्रतिभागी के व्यक्तित्व, विचार, कार्य क्षमता तथा अभिवृत्ति में गुणात्मक सुधार सुनिश्चित करने का है। जिससे इस कोर्स को पूर्ण करने के पश्चात वे स्वयं नवीन ऊर्जा से संचित होकर अपने कार्यक्षेत्र में बच्चों को भी लाभान्वित करेंगे। हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त