kanpur-three-patients-died-of-black-fungus
kanpur-three-patients-died-of-black-fungus

कानपुर: ब्लैक फंगस से तीन रोगियों की मौत

- हैलट अस्पताल में 17 रोगियों की जिंदगी बचाने में जुटे डॉक्टर कानपुर, 23 मई (हि.स.)। वैश्विक महामारी कोरोना से अभी लोग उभर भी नहीं पाए थे कि एक नई गम्भीर बीमारी ब्लैक फंगस ने दस्तक दे दी है। उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों ने इसे महामारी घोषित करते हुए बेहतर उपचार की ओर काम करना शुरू कर दिया है। वहीं स्वास्थ्य विभाग रोगियों के सामने आने पर उनके इलाज में जुट गए हैं। अब यह लोगों की जान लेने के सिलसिले तक जा पहुचा है। कानपुर में तीन लोग ब्लैक फंगस से अपनी जान गवां बैठे हैं। हैलट अस्पताल में कुल 17 रोगी इस बीमारी के लिए उपचाराधीन हैं। गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज से सम्बद्ध हैलट अस्पताल में ब्लैक फंगस के खबर लिखे जाने तक कुल 17 रोगी भर्ती हुए हैं। अस्पताल प्रशासन ने ब्लैक फंगस से दो महिलाओं सहित तीन लोगों की मौत की पुष्टि की है। इनमें हमीरपुर की रहने वाली राधा बाई (60) हैलट में शुक्रवार को इलाज के लिए लाया गया था। उनमें ब्लैक फंगस के लक्षण थे। ऑक्सीजन लेवल भी बहुत कम था। हालत गंभीर होने के चलते देर रात उनकी मौत हो गयी थी। इसी तरह कन्नौज के रहने वाले राजेन्द्र प्रसाद की पत्नी उषा देवी (62) में भी डॉक्टरों ने ब्लैक फंगस के लक्षण बताये थे। हालत गंभीर होने की वजह से इनकी भी मौत हो गयी। साथ ही एक और रोगी हैलट इमरजेंसी में इलाज ले लिए आया था, जिसे हालत गंभीर होने के चलते उसे एसजीपीजीआई के लिए रेफर कर दिया गया था। लेकिन उसकी रास्ते में ही मौत हो गयी थी। हैलट अस्पताल की प्रमुख अधीक्षिका डॉ. ज्योति सक्सेना ने बताया कि दो रोगी की अभी तक पैथोलॉजी जांच में ब्लैक फंगस की पुष्टि हो पाई है। 15 रोगियों की जांच रिपोर्ट अभी आना बाकी है। हिन्दुस्थान समाचार/महमूद/दीपक

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in