नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। उत्तर प्रदेश के जौनपुर में सियासी समीकरण लगातार बदलते जा रहें है। इसके साथ ही शहर में बदमाशों का आतंक भी बढ़ रहा है। आज सुबह मोटरसाइकिल सवार बदमाशों ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जिला मंत्री प्रमोद यादव की गोली मारकर हत्या कर दी। भाजपा नेता की हत्या से इलाके में सनसनी फैल गई। घटना के बाद पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है। इस घटना में बदमाशों ने प्रमोद यादव को सीने में गोली मारी है।
कैसे हुई यह घटना?
दरअसल, सुबह लगभग दस बजे प्रमोद यादव अपने चार पहिया वाहन से घर से निकले थे। जब वह गांव के मोड़ के पास रायबरेली-जौनपुर मार्ग पे पहुंचे ही थे कि तभी एक मोटरसाइकिल पर तीन अज्ञात लोगों ने निमंत्रण कार्ड देनें के बहाने उनको रोका और उन पर गोली चला दी। गोली उनके सीने में जा लगी। जिसके बाद भाजपा नेता प्रमोद यादव कुमार को घायल अवस्था में जिला अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना स्थल पर पुलिस फोर्स तैनात है। घटना का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पा रहा है। एसपी ने कहा की हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की कई टीमें गठित की हैं।
प्रमोद यादव पूर्व सांसद धनंजय सिंह के करीबी माने जाते थे
आपको बता दें कि प्रमोद यादव को 2012 में भाजपा ने प्रत्याशी घोषित किया था, लेकिन उनका नामांकन पत्र खारिज हो गया था। उस समय धनंजय सिंह की पत्नी जागृति निर्दल चुनाव लड़ी थीं। लेकिन वह भी हार गई थीं। इस दौरान सपा के पारस नाथ यादव चुनाव जीते थे। भाजपा के जिला मंत्री रहे प्रमोद यादव पूर्व सांसद धनंजय सिंह के करीबी माने जाते थे। इनके पिता राजबली यादव भी जनसंघ से जुड़े थे। उनकी भी गांव में ही आपसी रंजिश को लेकर हत्या हुई थी। ट्रांसपोर्ट का काम करने वाले प्रमोद यादव 2007 में रारी विधानसभा से निर्दल चुनाव लड़े थे। उसके बाद 2012 के विधानसभा चुनाव में मल्हनी विधानसभा बनने पर भाजपा ने प्रत्याशी घोषित किया था, लेकिन उस समय उनका नामांकन पत्र खारिज हो गया था।
खबरों के लिए क्लिक करें:- www.raftaar.in