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संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन में भारतीय कलाकारों का अहम योगदान : मंत्री चन्द्रिका उपाध्याय

चित्रकूट, 10 जून (हि.स.)। जग सुमंगलम एवं भारतीय कलाकार संघ के संयुक्त तत्वावधान में विकासात्मक मुद्दों पर कलाकारों के साथ संवाद कार्यक्रम का आयोजन पुरानी बाजार में किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि रहे उत्तर प्रदेश सरकार के लोक निर्माण राज्यमंत्री चन्द्रिका प्रसाद उपाध्याय ने कहा कि कला व संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन में भारतीय कलाकारों का महती योगदान है। राज्यमंत्री चन्द्रिका प्रसाद उपाध्याय ने गुरुवार को आयोजित कार्यक्रम में कहा कि कलाकारों ने अथक परिश्रम से पूरे विश्व में भारतीय संस्कृति के मूल्यों को स्थापित करने का काम निरन्तर किया है। भाजपा नेतृत्व की केन्द्र की मोदी सरकार और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कलाकारों के विकास के लिए सक्रिय प्रयास किये हैं। फिल्म सिटी का निर्माण, कला कार्यक्रमों का आयोजन, क्षेत्रीय महोत्सवों का आयोजन, कला व साहित्य के क्षेत्र में पुरस्कारों की घोषणा जैसे कार्य सरकार के कला व संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन के अभिनव प्रयास हैं। भाजपा की सरकार ने पद्म पुरस्कारों की प्रक्रिया में पारदर्शिता और भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था के तहत समाज के अंतिम पायदानों पर खड़े नागरिकों को, जिन्होंने समाज परिवर्तन में महती भूमिका का निर्वाह किया है और वास्तविक रूप जमीनी नायक हैं वरीयता दी है। आप सब साक्षी हैं कि जितना काम मोदी योगी जी की सरकार में हुआ है उतना कभी नहीं हुआ है।भाजपा के जिला महामंत्री आलोक पाण्डेय ने कहा कि कलाकारों को सक्रिय प्रयास करके बुन्देलखण्ड की शैली विकसित करनी चाहिए। कलाकारों को अपने कला कौशल के माध्यम से बुन्देलखण्ड को पूरी दुनिया में पहचान दिलानी चाहिए। कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करके सरकार की नीतियों व योजनाओं के क्रियान्वयन को सार्वजनिक करें। भाजपा के नेतृत्व में ही गांव, गरीब, किसान, मजदूर, महिलाओं के विकास का मार्ग पारदर्शिता और भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था के तहत प्रशस्त हुआ है। मोदी सरकार व योगी सरकार कलाकारों के कल्याण के लिए सक्रिय प्रयास कर रही है। इस अवसर पर जगसुमंगल व भारतीय कलाकार संघ द्वारा मुख्यातिथि को एक ज्ञापन देकर बीएफए व बीए पेंटिंग वाले ही टीजीटी में कलाध्यापक बने न कि डिप्लोमा धारी और आर्ट गैलरी की मांग की गई। कार्यक्रम के संयोजक विनय साहू ने आभार व्यक्त करते हुये कहा कि कला व संस्कृति के संरक्षण करने के लिए जो प्रयास पारदर्शिता और भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था के तहत शुरू हुये हैं वो अनावरत जारी रहे। कार्यक्रम का संचालन ओमप्रकाश अनुरागी ने किया। इस संगोष्ठी में दिनेश वर्मा, ब्रजेन्द्र त्रिपाठी, दिव्यांशी साहू, दयासिन्धु, राजा साहू, आनन्द, विनय, आशीष पाण्डेय, मुकेश प्रजापति, संजय प्रजापति, कृष्ण कुमार, रमेश पेंटर, अभिलाष कुमार, रामू सिंह आदि कलाकार मौजूद रहे। हिन्दुस्थान समाचार/रतन

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