होम्योपैथिक चिकित्सक भी करेंगे कोरोना संक्रमित रोगियों का उपचार
कासगंज, 29 मई (हि.स.)। कोविड-19 के मरीजों की अस्पतालों में भीड़ रोकने के लिए आयुष मंत्रालय के निर्देश पर सीएमओ ने होम्योपैथिक चिकित्सकों को भी ऐसे मरीजों को देखने की अनुमति दे दी है। लक्षणविहीन और शुरुआती लक्षण वाले मरीजों का परीक्षण करने के बाद आगे की स्टेज वाले मरीजों को उच्चस्तरीय अस्पतालों में रेफर कर देना होगा। जिला होम्योपैथिक सीएमओ डा. अनिल कुमान ने बताया कि जो मरीज होम आईसोलेशन में रहकर इलाज कर रहे हैं, उन्हें होम्योपैथिक चिकित्सक देख सकते हैं। उन्हें मरीजों को कोरोना का पूरा प्रोटोकाल फालो कराना होगा जैसे दो गज की दूरी लागू कराना, मास्क पहनवाना, हाथ लगातार धुलवाने की सलाह देना। प्रभारी होम्योपैथिक चिकित्सक भरगैन डॉ. प्रतीक अग्रवाल ने कहा गाइडलाइन में कहा गया है कि लक्षणविहीन कोरोना पाजिटिव मरीजों को होम्योपैथिक डाक्टरों को आरसेनिकम एलबम 30 सी की चार गोली दिन में दो बार सात दिन तक देना होगा। चिकित्सक डा. कय्यूम शाहिद का कहना है कि हल्के लक्षण वाले मरीजों को एकोनिटम नेपोलस, आरसेनिकम एलबम, बेलाडोना, बरयोनिया एलबा, इयूपाटोरियम परफोलियटम, फेरम फास्फोरिकम, गलसेमियम, फास्फोरस, रस टाक्सिकोडेंड्रम दवाएं चलेंगी। दवा की खुराक डाक्टर मरीज की हालत को देखकर तय करेगा। होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. प्रतीक अग्रवाल ने मंत्रालय के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि कोरोना में होम्योपैथी की दवा काफी कारगर है। डाक्टर की सलाह से गांव और शहरों में इसका उपयोग बड़े स्तर पर किए जाने की जरूरत है। इस पैथी की दवाओं की कीमत भी एलोपैथी से कम होती है और इनका दुष्प्रभाव भी नहीं होता है। खान-पान के लिए दिशा-निर्देश गर्म पानी में हल्दी-नमक डालकर गरारा करें । खाना ताजा और आसानी से हजम हो जाने वाला खाएं। प्रोसेस्ड खाने को नजरअंदाज करें वसा, तेल, चीनी और नमक के अत्यधिक सेवन से परहेज करें। हिन्दुस्थान समाचार/पुष्पेंद्र