मिसाल : एक ही चिंता कि 'कोई भूखा न रह जाय'
रायबरेली, 10 मई(हि.स.)। कोरोना के इस दौर में जब सब एक दूसरे से अलग थलग हैं।सभी अपने को सूरक्षित करते हुए घरों में हैं, ऐसे में कुछ लोगों को एक ही चिंता है कि 'कोई भूखा न रह जाय'। अपनी इसी चिंता को मिशन में बदल चुके ये जुनूनी लोग रोज़ाना हजारों भूखे लोगों को भोजन करा रहे हैं। मानवता की यह सेवा आज एक मिसाल बन गई है। रायबरेली के 'ओम शिव शक्ति मानव सेवा मंडल के सदस्य सुबह होते ही अपने काम में लग जाते हैं, इनका काम है सुपर मार्केट में भूखे लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था करना।यह क्रम कुछ दिनों या अवसरों का नहीं है बल्कि 11 वर्षों से नियमित चल रहा है। कोरोना की प्रथम लहर में भी मण्डल के लोगों ने भोजन वितरण में एक मिसाल कायम की थी। अब जब कोरोना की भयावह लहर है मंडल के सदस्य उसी भाव से इस पुनीत काम में लगे हुए हैं। जब कोरोना के कारण लॉक डाउन है और लोग अपने घरों में हैं,मानवता के ये पुजारी सुबह और शाम लोगों की भूख शांत कर रहे हैं। शहर के सुपर मार्केट में रोज़ाना चल रहे इस भंडारे में हजारों लोगों को भोजन दिया जा रहा है।11 वर्षो में अब तक लाखों भूखे लोगों को भोजन दिया जा चुका है। शुरुआती दौर से ही इस काम में लगे और ओम शिव शक्ति मानव सेवा मंडल के अध्यक्ष राजेन्द्र अवस्थी कहते हैं कि मंडल का एक जी उद्देश्य है कि कोई भी भूखा न रह जाय,इसी योजना के तहत यह काम किया जा रहा है जिससे समाज का भी पूरा सहयोग मिल रहा है। मंडल के वरिष्ठ संरक्षक जगदीश चेनानी इस काम को समाज के लिये एक कर्तव्य मानते हैं, उनका कहना है कि सभी के समाज के प्रति कुछ कर्तव्य निर्धारित हैं जिनका मंडल पालन कर रहा है। संरक्षक महेंद्र अग्रवाल भी सक्रियता से इस काम मे जुड़े हैं और लाखों लोगों को भोजन करा चुके हैं। उनका कहना है कि सर्दी,गर्मी या बरसात हर मौसम या समय में यह अनवरत चल रहा है। जो संतुष्टि इस काम से होती है वह शायद कहीं से मिले। मंडल के सभी सदस्य इस काम से खुश है और इस अभियान का विस्तार करना चाहते हैं। भूखों को भोजन का यह अभियान कोरोना संकट में भी अनवरत चल रहा है,जो अन्य लोगों के लिये एक मिसाल है। हिन्दुस्थान समाचार/रजनीश