गांव-गली में लगने लगी चुनावी चौपाल
- कोरोना महामारी के डर तथा प्रधानी के चुनाव के कारण रुके है गांव में औरैया, 10 अप्रैल (हि.स.)। जिले में अभी नामांकन की प्रतिक्रिया सुरु नही हुई है,सम्भावित प्रधान पद,बी डी सी,जिला पंचायत सदस्य,के प्रत्यासी अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए अपनी पंचायत के वोटरों की सेवा करने में लग गए है।गाँव मे जगह जगह चुनाव की चर्चा ही सुनने और देखने को मिल रही है, प्रचार के भी मंहगे तरीके अपनाए जा रहे है। भाग्यनगर ब्लॉक क्षेत्र की ग्राम पंचायत तर्रई के मजरा ग्राम दीदारपुर के ग्रामीण महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, राजिस्थान आदि राज्यो में रहकर काम करते है होली के त्योहार में गाँव आये अब कोरोना महामारी के डर तथा पंचायत चुनाव के कारण घर पर रुके हुए है। दबी जुबान में ग्रामीणों ने बताया कि अभी नामांकन न होने के कारण प्रत्यासी प्रत्यासी एक दूसरे पर नजर रखे है कि यदि विरोधी प्रत्यासी अमीर नही है तो उन्हें कम खर्च करना पड़ेगा देखकर ही भंडारे की सुरुआत करेगे।नामांकन होने के बाद पैसा अधिक खर्च होने वाला है। ग्रामीण भी आपस मे कौन अधिक पैसा खर्च करेगा इसका आकलन करते नजर आए वोट देने के पहले मतदाता भी अपनी आव भगत कराने के इक्छुक दिख रहे है। क्षेत्र तथा अछल्दा ब्लॉक क्षेत्र की ग्राम पंचायत पाता में प्रधानी के प्रचार के के लिए एक प्रत्यासी ने बनियानो पर अपनी फोटो छपवाकर बाँटी है ग्रामीणों के साथ जुलूस भी निकाला जा रहा है।आचार संहिता का पालन होता नही दिख रहा है। हिन्दुस्थान समाचार / सुनील