नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। आगामी लोकसभा चुनाव से पहले देश में सियासी समीकरण बदलते हुए नजर आ रहे हैं। इसी बीच कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम की पीएम मोदी से मुलाकात। इस बदलाव पर बड़ा सवाल खड़ा कर रही है। आचार्य प्रमोद कृष्णम की इस मुलाकात के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स इसकी खूब चर्चा हो रहीं है। इसके साथ ही मुलाकात की तस्वीर जैसे ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आई। सियासी गलियारों में यह चर्चा भी तेज होने लगी कि क्या प्रमोद कृष्णन लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी का दामन थामने जा रहे हैं? आपको बता दें कि इससे पहले आचार्य प्रमोद कृष्णन राम मंदिर को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ कर चुके हैं।
पीएम मोदी से क्यों मिले प्रमोद कृष्णन
दरअसल 19 फरवरी को उत्तर प्रदेश के संभल में आयोजित श्री कल्कि धाम के शिलान्यास के लिए कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णन पीएम मोदी को आमंत्रित करने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान प्रमोद कृष्णन से पीएम मोदी ने शिष्टाचार भेंट भी की। पीएम मोदी से मुलाकात करने के बाद आचार्य प्रमोद कृष्णन ने अपने एक्स पर लिखा कि 19 फरवरी को होने वाले कल्की धाम के शिलान्यास के मौके पर पीएम मोदी को आमंत्रित करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। निमंत्रण को स्वीकार करने के लिए प्रधानमंत्री को ह्रदय से धन्यवाद देता हूं। इसके बाद जवाब देते हुए पीएम मोदी ने अपने एक्स पर लिखा कि आस्था और भक्ति से जुड़े इस पावन अवसर का हिस्सा बनना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। निमंत्रण के लिए मैं आचार्य प्रमोद कृष्णन का आभार व्यक्त करता हूं।
इस मुलाकात के क्या है सियासी मायने?
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णन ने जब पीएम मोदी को आमंत्रित किया तो दोनों नेताओं की तस्वीर सोशल मीडिया में तेजी से वायरल होने लगी। जहां सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई और इस मुलाकात के सियासी मायने निकाले जाने लगे। आपको बता दें कि पिछले कुछ समय से आचार्य प्रमोद कृष्णन कांग्रेस से अलग स्टैंड ले रहे हैं। जब से राम मंदिर का उद्घाटन हुआ है । प्रमोद कृष्णन पीएम मोदी की कई बार तारीफ करते हुए भी नजर आए है । ऐसे में सवाल उठ रहा है क्या चुनाव से पहले प्रमोद कृष्णन बीजेपी का दामन थाम सकते हैं।
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