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कानपुर में हुए असलहा लाइसेंस फर्जीवाड़े मामले में लिपिक कार्तिकेय बर्खास्त

— जिलाधिकारी ने रिपोर्ट के आधार पर सेवा समाप्त किए जाने की कार्यवाही की कानपुर, 16 जून (हि.स.)। कानपुर जनपद में असलहा लाइसेंस फर्जीवाड़े मामले में जिलाधिकारी ने लिपिक की सेवाएं समाप्त कर दी। मामला में सिटी मजिस्ट्रेट की जांच के बाद जिलाधिकारी ने लिपिक को बर्खास्त किया है। जिले में असलहा लाइसेंस बनवाने के मामले में लगभग तीन साल पूर्व फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ था। मामले के प्रकाश में आते ही जिला प्रशासनिक अधिकारियों को होश फाख्ता हो गए थे। प्रकरण की जांच में कई लिपिकों के शामिल होने का खुलासा हुआ। जिसके आधार पर तत्कालीन जिलाधिकारी द्वारा जांच बैठाई गई थी। मामले में सिटी मजिस्ट्रेट द्वारा प्रस्तुत जांच आख्या के में लिपिक कार्तिकेय यादव को दोषी पाया। लिपिक द्वारा असलहा विभाग के पदस्त रहते हुए दोनाली बंदूक के लाइसेंस वाली बुकलेट पर महिला का नाम चढ़ाकर रिवाल्वर का लाइसेंस बनाकर फर्जीवाड़ा किया गया था। रिपोर्ट में दोषी पाए जाने पर एडीएम सिटी अतुल श्रीवास्तव ने लिपिक की सेवा समाप्त किए जाने की संस्तुति की थी। जिस पर जिलाधिकारी आलोक तिवारी ने लिपिक की सेवाएं आज समाप्त कर दी। अब मामले में बर्खासत लिपिक के विरुद्ध धोखाधड़ी के आरोप में मुकदमा भी दर्ज कराया जा सकता है। बताते चलें कि, असलहा विभाग के पदस्थ रहते हुए लिपिक कार्तिकेय यादव द्वारा असलहा लाइसेंस बनाने में फर्जीवाड़ा किया गया था। प्रकरण के सामने आने पर जांच बैठाते हुए असलहा विभाग में कार्यरत सभी स्टॉफ कर्मियों को अन्यत्र अधिकारियों के कार्यालय में सम्बंध कर दिया गया था। जिसके तहत कार्तिकेय यादव इन दिनों एसीएम छह के यहां सहायक लिपिक का कार्यभार देख रहा था। हिन्दुस्थान समाचार/महमूद

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