chief-minister-yogi-gave-instructions-to-prepare-an-action-plan-for-the-relief-package-announced-by-the-center
chief-minister-yogi-gave-instructions-to-prepare-an-action-plan-for-the-relief-package-announced-by-the-center

केंद्र से घोषित राहत पैकेज के लिए कार्ययोजना तैयार करने को मुख्यमंत्री योगी ने दिए निर्देश

लखनऊ, 29 जून (हि.स.)। हाल ही में केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कोविड की दूसरी लहर के मद्देनजर राहत पैकेज की घोषणा की है। उत्तर प्रदेश में अधिक से अधिक लोगों में वितरण हो सके, इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को शीघ्र कार्ययोजना तैयार करने को निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश को अधिकतम लाभ मिलना चाहिए। उन्होंने सम्बंधित विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वह यथाशीघ्र अपने विभाग की कार्ययोजना बनाकर केंद्र को भेजें, ताकि राहत पैकेज के तहत मिलने वाली राशि प्रदेश को शीघ्र मिल सके। उन्होंने चेताया कि कार्ययोजना बनाने के साथ इस बाबत लगातार केंद्र के सम्पर्क में रहें। योगी सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि सरकार की मंशा जिले में मेडिकल कॉलेज और राजधानी लखनऊ समेत गोरखपुर, वाराणसी, आगरा और कानपुर आदि में पीपीपी मॉडल पर सुपर स्पेसिएलिटी हॉस्पिटल बनाने की है। पैकेज से मिले पैसे से जो काम चल रहे हैं, उनकी गति और तेज हो जाएगी और कुछ नए काम भी शुरू हो सकेंगे। उन्होंने बताया कि 31 मार्च, 2022 तक मुफ्त पर्यटक वीजा दिया जाएगा। इसमें पहले 5 लाख पर्यटकों को टूरिस्ट वीजा शुल्क नहीं देना होगा। 11 हजार पंजीकृत टूरिस्ट गाइड का मदद दी जाएगी। टूर एजेंसियों को 11 लाख रुपये तक का गारंटी फ्री कर्ज मिलेगा। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत योजना की मियाद 31 मार्च, 2022 बढ़ा दी गई है। 1 लाख 1 हजार करोड़ रुपये की क्रेडिट गारंटी योजना, 1.50 लाख करोड़ की अतिरिक्त क्रेडिट गारंटी योजना भी घोषित की गई है। बता दें कि केंद्रीय वित्तमंत्री ने सोमवार को कोविड की दूसरी लहर से सर्वाधिक प्रभावित सेक्टर्स और लोगों के लिए राहत पैकेज (रिलीफ मेजर्स) की घोषणा की थी। इसमें वैश्विक महामारी कोरोना से प्रभावित सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) के लिए 1.1 लाख करोड़ की गारंटी स्कीम के तहत 50 हजार करोड़ की लोन गारंटी योजना स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए और बाकी अन्य सेक्टर्स के लिए है। हिन्दुस्थान समाचार/राजेश

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in