1000 साल पुराना है कालपी के कागज का इतिहास, उद्योग को सीएम योगी ने सौंपा जीआई टैग का प्रमाण पत्र

कालपी के कागज उद्योग का इतिहास 1000 वर्ष पुराना है। वर्ष 2018 में इसे 'एक जिला एक उत्पाद' योजना में शामिल किया गया था।
1000 साल पुराना है कालपी के कागज का इतिहास
1000 साल पुराना है कालपी के कागज का इतिहास

जालौन, हिन्दुस्थान समाचार। बुंदेलखंड इलाके का पिछड़ापन दूर करने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। यहां के कुछ प्रमुख उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने 'एक जिला एक उत्पाद' योजना के अंतर्गत कालपी के कागज उद्योग को शामिल कर उसे मंगलवार को जीआई टैग का प्रमाण पत्र सौंपा है। इस प्रमाण पत्र के मिलने के बाद उद्योग अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बना सकेंगे।

योगी ने सौंपा जीआई टैग

बता दें कि, बुंदेलखंड को नई पहचान दिलाने के लिए भाजपा सरकार ने यहां पर बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे, डिफेंस कॉरिडोर और हर घर नल योजना के साथ कई उद्योगों को गति दिलाने का काम किया है। इसी कड़ी में वर्षों पुराने कालपी के कागज उद्योग को मंगलवार को आयोजित हुए एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जीआई टैग का प्रमाण पत्र सौंपा है।

1000 साल पुराना है इतिहास

कालपी के कागज उद्योग का इतिहास 1000 वर्ष पुराना है। वर्ष 2018 में इसे 'एक जिला एक उत्पाद' योजना में शामिल किया गया था। कालिंजर के चंदेलकालीन राजा परमादि देव परमार्थ के दरबारी कवि जगनिक ने अपने ग्रंथ 'आल्ह खंड' में भी कालपी के हाथ कागज का उल्लेख किया है। इससे यह प्रमाणित होता है कि हाथ कागज कालपी का एक हजार साल पुराना है। कालपी के कागज उद्योग की मांग विदेशों तक रही है। इस उद्योग से जुड़ी हुई तकरीबन 55 फैक्ट्रियां यहां पर संचालित हो रही हैं और करीब 5 हजार मजदूर यहां पर काम कर रहे हैं।

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in