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सेवानिवृत्त कृषि वैज्ञानिक की पत्नी की मौत का कुलपति ने लिया संज्ञान, अर्थ नियंत्रक पर गिरेगी गाज !

— कारण बताओ नोटिस जारी कर कुलपति ने कहा कि संवेदनहीनता पर इस्तीफा दें अर्थ नियंत्रक कानपुर, 20 मई (हि.स.)। सीएसए के सेवानिवृत्त कृषि वैज्ञानिक की पत्नी की भूख से मौत होने के मामले का कुलपति ने संज्ञान ले लिया है। कुलपति ने कहा कि पेंशन न जारी करने वाले अर्थ नियंत्रक को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है। इसके साथ ही विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी। चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) के सेवानिवृत्त कृषि वैज्ञानिक डा. मुक्ताराम पाण्डेय की पत्नी आशा पाण्डेय की गुरुवार को मौत हो गई। परिजनों और सेवानिवृत्त कर्मचारी एवं पेंशनर्स एसोसिएशन का आरोप है कि डा. पाण्डेय तीन साल पहले सेवानिवृत्त हुए थे और आज तक उनकी पेंशन नहीं बनी। तीन साल से परिवार दूसरों के सहारे जीवन यापन कर रहा था और कोरोना काल में सहयोगियों ने भी साथ छोड़ दिया, जिससे भूख के चलते आशा पाण्डेय की मौत हो गई। इस पर कुलपति डा. डीआर सिंह ने कहा कि आशा पाण्डेय की मौत किन कारणों से हुई है यह अलग बात है पर मौत होना दुखद है। इससे भी बड़ा दुख यह है कि तीन सालों से सेवानिवृत्त कृषि वैज्ञानिक को पेंशन न मिल पाना। अर्थ नियंत्रक आरएन सिंह इस समय अवकाश पर चल रहे हैं, फिर भी उन्हे कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है कि किन कारणों से तीन साल से सेवानिवृत्त कृषि वैज्ञानिक को पेंशन नहीं जारी की गई। संतुष्टजनक जवाब न मिलने पर विभागीय कार्रवाई के साथ दण्डात्मक कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखा जाएगा। उन्होंने साफ कहा कि इस तरह की संवेदनहीनता अक्षम्य है और अगर ऐसा ही अर्थ नियंत्रक को कार्य करना है तो इससे बेहतर है कि स्वयं इस्तीफा देकर घर बैठ जाएं। बताया कि विश्वविद्यालय में यह सुनिश्चित किया गया है कि अर्थ नियंत्रक सात दिनों से अधिक अपने पास कोई फाइल नहीं रखेंगे, लेकिन ऐसा कौन सा कारण रहा कि फाइल कुलपति कार्यालय तक नहीं पहुंची। पूरे मामले की जांच की जा रही है और अर्थ नियंत्रक पद की जिम्मेदारी दूसरे रजिस्ट्रार को सौंप दी गई है। हिन्दुस्थान समाचार/अजय

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