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संत रविदास के बताए हुए कदमों से खत्म किया जा सकता है जात-पात और छुआछूत

— संत रविदास में बचपन से शोषितों की सेवा करने का था जज्बा कानपुर, 27 फरवरी (हि.स.)। संत रविदास की जयंती के अवसर पर शनिवार को महानगर में राजनैतिक दलों सहित लोगों ने अपने-अपने ढंग से याद किया। समाजवादियों ने उन्हें जाति,वर्ग व धर्म के मध्य दूरियों को मिटाने का प्रयास करने वाला बताया तो लोगों ने उन्हें कर्म के पथ पर चलने वाला अडिग पथिक कहा। सभी ने अपनी तरह से उन्हें श्रृद्धा सुमन अर्पित किए। इसके अलावा जनपद में सभी स्थानों पर संत रविदास की जयंती पर उन्हें याद किया गया। सपा महानगर अध्यक्ष डा. इमरान ने बताया कि संत रविदास के अंदर बचपन से ही समाज के शोषित पीड़ित, दबे, कुचले व दलित की सेवा करने का जज्बा रग-रग में बसा था। उनके बताये हुए कदमों पर चलकर समाज में व्याप्त जात-पात और छुआछूत को खत्म किया जा सकता है। समाजवादी पार्टी के महानगर अध्यक्ष डा. इमरान की अध्यक्षता में संत रविदास की 623वीं जंयती पर उन्हें याद किया गया। डा. इमरान ने कहा कि संत रविदास समाज के दबे कुचले शोषित पीड़ित दलितों की सेवा करते—करते वह एक महान संत बन गए। संत रविदास को साधु संतों का साथ बहुत पसंद था। कबीर दास के कहने पर ही उन्होंने स्वामी रामानंद को अपना गुरु बनाया था। संत रविदास अपने पिता के जूता चप्पल की दुकान में बैठते थे। उनकी दुकान के सामने से कोई फकीर या संत नंगे पाव निकल जाता था तो वह उसको नि:शुल्क जूता चप्पल अवश्य पहना देते थे। संत रविदास के बताए हुए कदमों पर चलकर समाज से जात पात छुआछूत को समाप्त किया जा सकता है। कहा कि संत रविदास समाज सुधारक, महान क्रांतिकारी और स्वतंत्र चिंतक,साधक एवं कवि के रुप में विख्यात थे। उन्होंने भक्ति मार्ग पर चलते हुए सत्संग के माध्यम से सामाजिक समरसता व सामाजिक कुरीतियों को दूर करने के साथ ही जाति वर्ग एवं धर्म के मध्य की दूरियों को मिटाने का अथक प्रयास किया। उनके आदर्शों से प्रेरणा लेकर हमें देश में बढ़ रही सांप्रदायिकता एवं टूट रहे भाईचारे को रोकने के लिए कार्य करते रहना होगा। डॉक्टर इमरान ने अपने संबोधन में कहा कि संत रविदास का पूरा नाम संत गुरु रविदास था उनकी एक कहावत बहुत प्रचलित थी ''मन चंगा तो कठौती में गंगा''। उनका जन्म उत्तर प्रदेश के बनारस जिले के एक छोटे से गांव में हुआ था। संत रविदास एक महान समाज सुधारक भी थे भारत देश में इनकी गिनती महान संतों में होती है। इस दौरान पूर्व विधायक रामकुमार एडवोकेट, सुभाष द्विवेदी, अजय यादव अज्जू, अन्नू गुप्ता, अनूप यादव, राहुल बाल्मीकी, हाजी युनुस आदि मौजूद रहें। हिन्दुस्थान समाचार/अजय

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