भाजपा ने की बुन्देलखण्ड की घोर उपेक्षा, विकास नहीं क्षेत्र की खनिज सम्पदा पर नजर: अखिलेश
लखनऊ, 22 मार्च (हि.स.)। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि विश्व जल संरक्षण दिवस पर सरकार के जल संचय के दावों पर सवाल उठाये हैं। उन्होंने सोमवार को कहा कि भाजपा सरकार ने बुन्देलखण्ड की घोर उपेक्षा की है। उसकी नजर क्षेत्र की खनिज सम्पदा पर है, क्षेत्र के विकास पर नहीं। सपा अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज जल संचय पर लम्बा व्याख्यान दिया। उन्होंने बुन्देलखण्ड के लिए कई वादे कर दिए। यह बात अलग है कि उनके वादे वादे ही रहते हैं। वाराणसी को प्रधानमंत्री जी क्योटो बना रहे थे। अब उसका जिक्र तक नहीं होता है। मुख्यमंत्री जी भी कहां पीछे रहने वाले हैं, वे अयोध्या को वैटिकन सिटी का दर्जा दिलाने के लिए मचल रहे हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि बुन्देलखण्ड देश के सबसे बदहाल क्षेत्रों में शुमार है। पेयजल संकट के साथ खाद्य संकट से भी स्थानीय निवासियों को दो चार होना पड़ता है। भाजपा सरकार ने इस क्षेत्र की घोर उपेक्षा की है। उसकी नज़र क्षेत्र की खनिज सम्पदा पर है, क्षेत्र के विकास पर नहीं। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड में पानी और भूख से तड़प रहे लोगों के लिए सपा सरकार ने 'समाजवादी सूखा राहत सामग्री' बांटी थी। किसानों की मदद में कृषक दुर्घटना बीमा की राशि दो लाख से बढ़ाकर पांच लाख रुपये दिये गए थे। जलस्तर में सुधार और सिंचाई सुविधा के विस्तार के लिए तालाबों और कुओं का जीर्णोंद्धार कार्यक्रम शुरू कराया गया। वर्षा जल संचयन के लिए खेत-तालाब योजना भी शुरू की गई थी। अखिलेश यादव ने कहा कि जनपद महोबा के चरखारी को बुन्देलखण्ड को श्रीनगर माना जाता है। यहां चरखारी रियासत ने डेढ़ सौ वर्ष पूर्व सात बड़े तालाब बनवाए थे। समय की गति में ये जर्जर होते गए। जब सपा सरकार बनी तो इन तालाबों का सन् 2016 में सुन्दरीकरण और जीर्णोद्धार कराया गया। तब उद्घाटन अवसर पर जल पुरुष राजेन्द्र सिंह एवं चरखारी राज परिवार भी उपस्थित थे। रियासत की महारानी र्मिला सिंह का कहना है कि 150 वर्ष बाद पहली बार समाजवादी सरकार द्वारा इनकी सुध ली गई। आज ये तालाब लबालब पानी से भरे हुए हैं। इसी तरह बुन्देलखण्ड में समाजवादी सरकार द्वारा हैण्डपम्प लगवाए गए। झांसी में सैनिक स्कूल की स्थापना का बजट दिया। मंडियों की स्थापना की गई। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही आज प्रदेश में अपराध, अवैध खनन तथा जहरीली शराब का धंधा सत्ताधीशों के ही संरक्षण में पनप रहा है। चित्रकूट में ही जहरीली शराब से कई मौतें हो चुकी हैं। महिलाएं और बच्चियां दुष्कर्म का शिकार हो रही है। सड़क दुर्घटनाओं में हर दिन मौते हो रही हैं। भाजपा की डबल इंजन सरकार का विकास से कोई लेना देना नहीं है। भाजपा के संकल्प पत्र की अहमियत अब कागजी पुलिंदे की ही रह गई है। उसमें कुछ भी ऐसा नहीं है जिसे जमीन पर उतारा गया हो। हिन्दुस्थान समाचार/संजय