नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। वहीं उत्तर प्रदेश की एक लोकसभा सीट की काफी चर्चा चल रही है। यह बरेली लोकसभा सीट है, जो हिंदी सिनेमा में झुमका गिरा रे गाना के लिए काफी प्रसिद्ध रही है। इसकी पहचान ही इस हिंदी गाने के रूप में की जाती है। हर किसी के मन में बरेली का नाम आते ही झुमका गिरा रे गाना याद आ जाता है। बरेली इस गाने के अलावा यहां के काजल के लिए भी जाना जाता है। जिसको सुरमा के नाम से भी जाना जाता है। लेकिन अबकी बार बरेली की राजनीति में भाजपा ने ऐसा प्रयोग किया है, जिसके कारण लोग इस शहर की पुराने समय से चली आ रही पहचान को भुलाकर बीजेपी के नए प्रयोग की ज्यादा चर्चा कर रहे हैं।
भाजपा का यह निर्णय कितना ठीक है, यह चुनाव के परिणाम आने पर पता चल जायेगा
भाजपा ने संतोष गंगवार की जगह इस बार छत्रपाल गंगवार को बरेली से लोकसभा चुनाव का प्रत्याशी बनाया है। जिसको लेकर पार्टी के कार्यकर्ता से लेकर बरेली की जनता हैरान है। संतोष गंगवार एक अनुभवी नेता और आठ बार के सांसद हैं। उन्हें एक चुनाव में हार का सामना भी करना पड़ा था। लेकिन उनके काम और अनुभव को देखा जाये तो उनकी बरेली लोकसभा सीट से प्रत्याशी की दावेदारी ज्यादा मजबूत दिखती है। लेकिन भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति भी बड़े ही सोच समझकर अपने प्रत्याशी की घोषणा करती है। भाजपा का यह निर्णय कितना ठीक है, यह चुनाव के परिणाम आने के बाद पता चल जायेगा।
छत्रपाल गंगवार के नाम पर सबने अपनी सहमति जताई
आइये बरेली से भाजपा के प्रत्याशी छत्रपाल गंगवार के बारे में जानते हैं। छत्रपाल गंगवार संघ से जुड़े हैं और कुर्मी समाज से आते हैं। छत्रपाल गंगवार बरेली जिले की बहेड़ी विधानसभा के विधायक रहे हैं और पूर्व मंत्री रहे हैं। छत्रपाल के नाम से पार्टी में कुछ ठीक नहीं चल रहा है ऐसी कुछ बगावत की खबर चल रही थी। बात यहां तक चल रही थी कि छत्रपाल टिकट वापस करने वाले हैं। इसको लेकर भाजपा ने मीटिंग बैठायी थी, जिसमे भाजपा के विधायक से लेकर सांसद, संगठन और वीएचपी से जुड़े लोग शामिल थे। जिसमे सबने भाजपा के शीर्ष दल का स्वागत किया और छत्रपाल गंगवार के नाम पर सबने अपनी सहमति जताई।
वहीं समाजवादी पार्टी ने भी बरेली से अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। सपा ने पूर्व सांसद प्रवीण सिंह ऐरन को इस सीट से अपना प्रत्याशी बनाया है। ऐरन कांग्रेस के टिकट से सांसद बने थे। अब वह समाजवादी पार्टी के नेता बन गए हैं।
बरेली लोकसभा सीट की जातिगत समीकरण
बरेली लोकसभा सीट की जातिगत समीकरण की बात करें तो यहां कुल 19,11,464 लाख मतदाता हैं। इसमें 10,22,232 पुरुष मतदाता और 8,89,154 महिला मतदाता, 73 थर्ड जेंडर मतदाता हैं। बरेली लोकसभा सीट में 6.65 लाख मुस्लिम मतदाताओं की संख्या है। छत्रपाल कुर्मी समाज से आते हैं, यहां कुर्मी मतदाताओं की संख्या साढ़े तीन लाख के करीब है। ब्राह्मण मतदाता की संख्या ढाई लाख है, तो वैश्य भी डेढ़ लाख के करीब हैं। कायस्थ की संख्या डेढ़ लाख के करीब, ठाकुर की संख्या एक लाख, एससी 2 लाख के करीब, लोधी 1.65 लाख हैं। इनके अलावा दूसरी बिरादरी के मतदाता भी इस लोकसभा सीट में शामिल हैं।
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