आधुनिक भारतीय कला के नए आयाम स्थापित किये थे अमृता शेरगिल : अनुराधा शर्मा

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बी.यू. के ललित कला संस्थान में मनाई गई अमृता शेरगिल की 108वीं जयंती झांसी, 30 जनवरी(हि.स.)। उत्तर प्रदेश के निर्देशानुसार आज ललित कला संस्थान बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय झांसी में फाइन आर्ट्स सम्मति कलावृत्त के अंतर्गत प्रसिद्ध चित्रकार अमृता शेरगिल की 108वीं जयंती का आयोजन किया गया। इस अवसर पर नगर की समाजसेविका अनुराधा शर्मा ने कहा कि भारतीय चित्रकला को नए आयाम स्थापित करने में अमृता शेरगिल का अहम योगदान है। उनकी कृतियां तीन बहने, हाट की ओर जैसी कृतियों में भारतीय परिदृश्य प्रदर्शित होता है। समारोह के मुख्य अतिथि दैनिक जागरण के निदेशक यशोवर्धन गुप्त ने कहा कि कलाकार एक संसार रचता है और सृजनकर्ता होता है। उसके द्वारा बनाया गया संसार बहुत ही सुंदर एवं अद्भुत होता है। कहीं गांव की जीवन की सादगी दिखती है तो कहीं शहरी जिंदगी। हर जगह कलाकार अपनी नजरों से एक अच्छे संसार की ही रचना करता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. देवेश निगम ने कहा कि कला से ही हम जीवन की राह सीखते हैं। कलाकार की नजर में एक पूरा संसार बसता है। उन्होंने कहा कि अमृता शेरगिल की कलाकृतियां जहां भारतीय जन मानस के भाव बोध को प्रस्तुत करती हैं वहीं विश्व स्तर पर भारतीय चित्रकला को स्थापित किया था। समारोह के विशिष्ठ अतिथि बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलसचिव नारायण प्रसाद ने कहा कि रंग में वह जादू है जो रंगने वाले, भींगने वाले और देखने वाले तीनों के मन को विभोर कर देते हैं। चित्रकार द्वारा खींची गई एक सामान्य सी रेखा में भी जीवन के तत्व दिखाई देते हैं। उन्होंने कहा कि अमृता शेरगिल की कला में वह जादू है जो देखने वाले को अपनी ओर आकर्षित कर लेती है। कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए कार्यक्रम की संयोजिका डॉ श्वेता पांडेय ने बताया कि आज अमृता शेरगिल की 108वीं जयंती है। उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश के अनुसार कलावृत के अंतर्गत इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि कलावृत्त कलाकारों के योगदान को याद करने का पूरा प्रयास करता है। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन सुमित झा और मनीषा राव ने किया, जबकि आमंत्रित अतिथियों का आभार संस्थान के शिक्षक दिलीप कुमार ने ज्ञापित किया। इस अवसर पर दीपांशु डे, पूनम डे, डॉ मधुरिमा नायक, डॉ अजय कुमार गुप्त, मुकुल वर्मा, नंदनी, देव नामदेव, श्रद्धा, ललित एवं अन्य उपस्थित रहे। हिन्दुस्थान समाचार/महेश-hindusthansamachar.in

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