agra-patient-escaped-from-kovid-center-refused-treatment-in-the-city
agra-patient-escaped-from-kovid-center-refused-treatment-in-the-city

आगरा : कोविड सेंटर से भागे मरीज, शहर में इलाज कराने से इंकार किया

आगरा, 13 मई(हि.स.)। आगरा में गांव कुरुगवां के कोविड सेंटर से भागने का मामला सामने आया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने के लिए गांव पहुंची थी। मरीजों का कहना था कि वे आगरा के अस्पतालों में नहीं जाएंगे। उनका यहीं उपचार करो। इस घटना से गांव में दहशत फैल गई है। संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है। गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम और पुलिस गांव में डेरा जमाए हुई है। जानकारी के अनुसार गांव कुरुगवां की आबादी करीब पांच हजार है। पंचायत चुनाव के दौरान गांव में बड़ी संख्या में बाहरी लोग आए थे। इसके बाद गांव में खांसी-जुकाम और बुखार फैल गया। 20 अप्रैल से छह मई तक यहां 14 लोगों की मौत हो गई। इसमें दो दिन में सात लोगों की मौत से लोग काफी परेशान हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव आकर लोगों की जांच कराई। इसमें 17 लोग पॉजिटिव पाए गए। इनके लिए गांव के ही प्राथमिक विद्यालय में कोविड सेंटर बनाकर सभी को आइसोलेट कर दिया गया। गांव के ही एमएस डॉ.धनपाल सिंह ने अपने भतीजे भानू कुशवाहा और पांच सदस्यीय युवा वॉलिंटियर टीम के साथ इलाज शुरू कर दिया था। वर्तमान और पूर्व विधायक ने दवाओं से लेकर ऑक्सीजन सिलेंडर और पीपीई किट भी मुहैया करा दी थीं। उसके कुछ दिन बाद जब टीम दोबारा से गांव में सैंपलिंग के लिए गई तो उसमें से दस लोग फिर से कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इन लोगों का उपचार माध्यमिक स्कूल को कोविड सेंटर बनाकर किया गया। ग्रामीणों ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम पुलिस के साथ गुरुवार को फिर गांव पहुंची। 27 संक्रमितों में से चार की रिपोर्ट नेगेटिव थी। जबकि, एक नए व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। यानि 24 मरीज प्राथमिक विद्यालय में चारपाइयों पर थे। टीम ने उन्हें एसएन मेडिकल, जिला अस्पताल, नेमीनाथ हॉस्पिटल में भर्ती कराकर इलाज की सलाह दी थी। टीम के मुताबिक यहां ठीक इलाज नहीं हो पा रहा है। यहीं मरीजों ने चिल्लाना शुरू कर दिया। उनका कहना था कि वे यहां चाहे मर जाएं, जमीन में गाढ़ दीजिए मगर आगरा में अस्पताल नहीं जाएंगे। गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने डेरा जमा लिया है। स्वास्थ केंद्र अधीक्षक ने बताया कि भाग गए मरीजों से बात कर उन्हें समझया जा रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/श्रीकान्त

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in