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उपजिलाधिकारी पर नामांकन पत्र खारिज कराने का लगा आरोप, एसईसी से की गई शिकायत

— पीड़िता के पति का उपजिलाधिकारी से हुआ था विवाद, भेजा गया था जेल कानपुर देहात, 17 अप्रैल (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में हो रहे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तहत जनपद में 26 अप्रैल को मतदान होना है। इसको लेकर निर्वाचन आयोग द्वारा नामांकन की प्रक्रिया की जा चुकी है और जिनका पर्चा सही नहीं पाया गया उनका नामांकन पत्र खारिज कर दिया गया है। इनमें जजमुइया जिला पंचायत सदस्य का नामांकन कराने वाली उम्मीदवार रीता शुक्ला का भी नाम है। नामांकन खारिज होने पर कुछ दस्तावेजों को मीडिया के सामने रखकर शुक्ला ने आरोप लगाया कि उपजिलाधिकारी ने जानबूझकर मेरा नामांकन पत्र खारिज कराया है। इसकी जानकारी पीठासीन अधिकारी ने भी दी है। शुक्ला ने राज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) से शिकायत भी की है। अकबरपुर विकास खण्ड क्षेत्र के भुगनियापुर निवासी रजनीश शुक्ला की पत्नी रीता शुक्ला जिला पंचायत सदस्य पद के लिए जजमुइया क्षेत्र से चुनाव प्रचार कर रही हैं। दो दिनी नामांकन प्रक्रिया के तहत 13 अप्रैल को कलेक्ट्रेट में रिटर्निंग आफीसर के समक्ष नामांकन भी कराया था। रीता शुक्ला का आरोप है कि 16 अप्रैल को पीठासीन अधिकारी ने बताया कि आपका नामांकन पत्र खारिज किया जाता है। यह भी जानकारी दी कि उपजिलाधिकारी राजीव राज ने कहा कि रीता शुक्ला भुगनियापुर की निवासी नहीं है और उनका नाम मतदाता सूची में नहीं है। इस आधार पर नामांकन पत्र खारिज किया जा रहा है। रीता का आरोप है कि उपजिलाधिकारी ने षड़यंत्र के तहत नामांकन पत्र खारिज कराया है। इसके पीछे कारण यह है कि मेरे पति रजनीश शुक्ला ने निवास प्रमाण पत्र बनवाने में उपजिलाधिकारी द्वारा मांगे गये रुपयों का विरोध किया था। विरोध करने पर उपजिलाधिकारी ने पति पर फर्जी मुकदमा दर्ज कराकर जेल भेज दिया था और धमकी भी दी थी कि रीता जिला पंचायत सदस्य का चुनाव नहीं लड़ पाएगी। हुआ भी ऐसा, इससे साफ है कि व्यक्तिगत द्वैशवश अपने अधिकारों का दुरपयोग कर उपजिलाधिकारी ने मेरा पर्चा खारिज कराया है। रीता के कानूनी सलाहकार संदीप कुमार ने शनिवार को बताया कि उत्तर प्रदेश निर्वाचन आयोग और मंडलायुक्त से शिकायत की गई है। बताया कि मांग की गई है कि नामांकन पत्र खारिज न किया जाए और दोषी उपजिलाधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। संदीप ने जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा जारी गई मतदाता सूची को भी दिखाया जिसमें रीता शुक्ला का नाम दर्ज है। इसपर जब उपजिलाधिकारी प्रशासन से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उनसे संपर्क नही हो पाया। हिन्दुस्थान समाचार/अवनीश/मोहित

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