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11 स्वास्थ्य केंद्रों में 705 गर्भवती की जांच, 22 एचआरपी चिन्हित

बांदा, 09 फरवरी (हि.स.)। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) को गति देने के लिए सरकारी अस्पतालों के डाक्टरों के अलावा अब इसमें निजी चिकित्सक भी सहयोग करने के लिए आगे आ रहे हैं। मंगलवार को जिला महिला अस्पताल में निजी चिकित्सक डा. मनोरमा श्रीवास्तव ने गर्भवती की प्रसव पूर्व जांच कर उन्हें जरूरी टिप्स दिए। सीएमओ ने भी निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। यह अभियान जिले के सीएचसी, पीएचसी समेत जिला महिला अस्पताल में संचालित हो रहा है। प्रत्येक माह की नौ तारीख को विशेष आयोजन किया जाता है, जिसमें गर्भवती की संपूर्ण जांच मुफ्त में होती है। हाई रिस्क प्रेगनेंसी (उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था) वाली गर्भवती को इलाज के लिए जिला महिला अस्पताल के लिए रेफर किया जाता है। जिला महिला अस्पताल में पीएमएसएमए के लाभार्थियों की काउंसलिंग भी की गई। उनको संस्थागत प्रसव के फायदे बताकर प्रेरित किया गया। निजी चिकित्सक डा. मनोरमा ने हाई रिस्क प्रेग्नेंसी से बचने के लिए उचित खानपान की सलाह दी। सीएमओ डा. एनडी शर्मा ने महिला अस्पताल मे पीएमएसएमए में मिल रहीं सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने प्राइवेट चिकित्सकों के सहयोग के लिए उनका आभार जताया। उन्होंने बताया कि जनपद में जिला महिला अस्पताल सहित 11 स्वास्थ्य केंद्रों में दिवस मनाया गया है। यहां 705 गर्भवती की जांच हुई। जिसमें 22 एचआरपी चिन्हित की गईं। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. चारू गौतम ने बताया कि गर्भवती को विशेष सुविधाएं दी गईं। उनके एमसीपी (मातृ शिशु सुरक्षा) कार्ड भरे गए। उन्होंने बताया कि जिन महिलाओं में जोखिम की संभावना मिली उनके मातृत्व एवं शिशु सुरक्षा कार्ड पर लाल रंग की बिंदीध्एचआरपी (हाई रिस्क प्वाइंट) मोहर लगाकर चिन्हित किया गया। उन्हें निरंतर स्वास्थ्य परीक्षण की सलाह दी गई है। उन्होंने बताया कि 67 गर्भवती की जांच की गई। अल्ट्रासाउंड, पेट, वजन, खून, पेशाब इत्यादि की मुफ्त जांच हुईं। इस मौके पर यूनिसेफ जिला समन्वयक फुजैल सिद्दीकी, अस्पताल मैनेजर डा.प्रमोद सिंह, मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य सलाहकार अमन कुमार सहित अस्पताल स्टाफ मौजूद रहा। हिन्दुस्थान समाचार/अनिल-hindusthansamachar.in

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