23 रमज़ान को शब-ए-कद्र, रात भर इबादत, कुरान का पाठ और नमाज पढ़ी जायेगी
वाराणसी, 05 मई (हि.स.)। रमज़ान के पाक महीने के आखिरी अशरे की शुरूआत हो गई है। बुधवार 23 रमजान को मुस्लिम समुदाय शब-ए-कद्र के रूप में उत्साह के साथ मना रहे है। इस पूरी रात लोग खुदा की इबादत करेंगे। रात भर लोग कुरान का पाठ कर नमाज पढ़ेंगे। शिया जामा मस्जिद के प्रवक्ता हाजी सैयद फरमान हैदर ने बताया कि रमजान की इन्ही शबों में पूरा कुरान-ए-पाक नाजिल हुआ है। पैगंबर मुहम्मद साहब के कल्ब में पूरा कुरान उतरा और फिर उन्होंने अपने रब के आदेश अनुसार समय समय पर उसका पाठ किया। फरमान हैदर ने बताया कि इस रात की शान में पाक कुरान में बड़ा बखान है, इस रात को हजार महीनो से बेहतर बताया है। इसलिए ही सब मुसलमान रात भर इबादत करते हैं। उन्होंने बताया कि कोविड महामारी के चलते हर साल की तरह इस साल मस्जिदें गुलजार नहीं हों पाई। मगर इबादतों में कोई कमी नहीं आई है। रात भर लोगों ने कुरान का पाठ किया और नमाजे पढ़ी। बच्चो ने भी 100 रकअत नमाज अदा किया। कोविड के खात्मे के लिए अपने रब से मानवता के लिए और अपने मुल्क के लिए अपने पड़ोसियों के लिए और खुद के लिए दुआ मांगी। उन्होंने बताया कि मुकद्दस रमजान के महीने में आखिरी अशरे में 21, 23, 25, 27 व 29वीं रातों में से वह एक रात होती है। लिहाजा शबे कद्र की फजीलत हासिल करने के लिए मुसलमान इन सारी रातों में पूरी रात इबादत करते हैं। हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर