बीडीओ की जांच में बड़ा खुलासा, 17 प्रधानों को कारण बताओ नोटिस जारी
मनरेगा कार्यों में ग्राम प्रधान बिना काम कराए करा रहे भुगतान मीरजापुर, 23 जुलाई (हि.स.)। मझवां ब्लाक के प्रभारी बीडीओ व उपायुक्त स्वतः रोजगार डॉ. घनश्याम प्रसाद ने 17 ग्राम प्रधानों व ग्राम विकास सचिवों को सरकारी धन के दुरूपयोग करने के आरोप में कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए तीन दिन में स्पष्टीकरण देने को कहा है। बीडीओ के सख्त रूख से पूरे ब्लाक में हड़कम्प मचा है। बीडीओ ने जारी नोटिस में आरोप लगाया है कि गांवों में चल रहे मनरेगा के अंतर्गत कार्यों के भौतिक सत्यापन में कार्य होता दिखा ही नहीं। जबकि मस्टर रोल भर कर एमआईएस प्रतिदिन के हिसाब से कराया गया। मामला यहीं नहीं रुका मजूदरों के मजदूरी का नियमित रूप से भुगतान भी कराया जा रहा है। बीडीओ व उपायुक्त स्वतः रोजगार ने सरकारी धन के गड़बड़ झाले की आशंका जताते हुए सीडीओ को पत्र लिखकर उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है। बीडीओ के खुलासे से आरोपित ग्रामसभाओं के सचिव, तकनीकी सहायक, ग्राम रोजगार सेवकों के होश उड़ गए। प्रभारी बीडीओ ने अपनी ओर से प्रधानों को जारी नोटिस में कहा है कि ब्लाक के गांवो में मनरेगा योजना के अन्तर्गत कार्यों की जांच कराया गया। जांच में कतिपय ग्राम पंचायतों को छोड़कर ज्यादातर गांवों में कार्य नहीं हो रहा था। जबकि मस्टर रोल भरकर एमआईएस कराया गया। फर्जी ढंग से सरकारी धन का दुरूपयोग, आहरण कर बंदरबाट करने की बीडीओ ने आशंका व्यक्त की है। मनरेगा वेबसाइट से खुला राज बीडीओ ने मनरेगा वेबसाइट के आधार पर सहायक विकास अधिकारी दिनेश कुमार शर्मा, अवर अभियंता शशि कुमार पटेल से सात ग्राम पंचायत व ब्लाक सोशल आडिट कोआर्डिनेटर राजेन्द्र प्रसाद से 11 ग्राम पंचायतो की जांच कराई। जांच के दौरान कहीं भी कार्य होते नहीं पाया गया। जबकि लगातार मस्टर रोल भरकर मजदूरों की उपस्थिति दर्शा कर मजदूरी भुगतान के लिए प्रेषित किया जा रहा है। इन गांवों को जारी की गई नोटिस गोधना, गोतवां, जमुआ, गणौली, रामचंदर पुर, महामलपुर, गेगरांव, शिवरानी, मटियारी, कटका, बधवां, आंही, गोरहीं, केवटाबीर, करसड़ा, कनकसंराय, सेमरी गांव को बीडीओ ने नोटिस थमाया है। हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/विद्या कान्त-hindusthansamachar.in