पूर्वांचल की नदियां उफान पर, राप्ती-रोहिन और सरयू किनारे के सैकड़ों गांवों में घुसा पानी
पूर्वांचल की नदियां उफान पर, राप्ती-रोहिन और सरयू किनारे के सैकड़ों गांवों में घुसा पानी

पूर्वांचल की नदियां उफान पर, राप्ती-रोहिन और सरयू किनारे के सैकड़ों गांवों में घुसा पानी

गोरखपुर, 23 जुलाई (हि.स.)। पूर्वांचल की नदियां उफान पर हैं। राप्ती, रोहिन और सरयू नदियों ने रौद्र रूप अख्तियार कर लिया है। इन नदियों का जलस्तर तेजी से आस-पास के गांवों में फैलने लगा है। कुआनों और गोर्रा नदी का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है। कुआनो नदी मुखलिसपुर में खतरे के निशान के काफी करीब पहुंच गई है। हालात यह है कि नदियों के किनारे सैकड़ों गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। गोरखपुर में राप्ती, रोहिन और सरयू नदियां खतरे का निशान पार कर चुकी हैं। राप्ती और सरयू ने कटान भी शुरू कर दिया है। पानी तेजी से गांवों में फैल रहा है। सरयू नदी गोला और बड़हलगंज इलाके के कई गांवों के लिए खतरा बन गई है। राप्ती जंगल कौड़िया ब्लाक में राजपुर दूबी गांव का अस्तित्व मिटा देने पर उतारू है। खोराबार ब्लाक में नदी बंधे को काट रही है। इन दोनों नदियों ने बुधवार की शाम तकरीबन चार बजे ही खतरे का निशान पार कर लिया था। गुरुवार को यह खतरे के निशान के ऊपर बह रहीं हैं। नदियों में उफान को देखते हुए जिला प्रशासन ने सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। डीएम के निर्देश के बाद सक्रिय हुए जिम्मेदार जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पांडियन के निर्देश पर जिम्मेदार अधिकारियों ने अपनी जिम्मेदारियां संभाल ली हैं। प्रशासनिक अधिकारियों के साथ सिंचाई विभाग के अधिकारी बंधों का निरीक्षण कर लगातार अपनी रिपोर्ट दे रहे हैं। जिले की सभी 86 बाढ़ चौकियों पर कर्मचारियों ने सक्रियता बरतनी शुरू कर दी है। सहजनवां में लगीं पन्द्रह नावें जिला प्रशासन ने बाढ़ से प्रभावित जिले के 29 गांवों के लोगों की सुविधा के लिए 44 नावें उपलब्ध कराई हैं। इनमें से 15 नावें सहजनवां क्षेत्र में लगी हैं। इसके साथ ही प्रशासनिक अधिकारी जरूरी स्थलों पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। हिन्दुस्थान समाचार/आमोद/विद्या कान्त-hindusthansamachar.in

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