गालीबाज दारोगा निलंबित, दो की चल रही जांच
- पूर्णबंदी का पालन कराने में तीन दारोगाओं ने लोगों से की थी अभद्रता - वायरल ऑडियो और वीडियो का एसएसपी ने लिया संज्ञान कानपुर, 23 जुलाई (हि.स.)। बिकरु कांड में आठ पुलिस कर्मियों की शहादत के बाद से जनपद की पुलिस बेलगाम होती नजर आ रही है। थानों में पीड़ितों की सुनी नहीं जाती और पूर्णबंदी (लॉकडाउन) का पालन कराने में लोगों को अशोभनीय गाली देने में भी नहीं चूकती। कोई गाली देकर अपनी संतुष्टि जाहिर करता है तो कोई लाठी से पिटाई करने में वर्दी की शान समझता है। ऐसे तीन वीडियो वायरल हो रहे हैं जिसमें अलग-अलग जगह पर दारोगा आम जनमानस को पूर्णबंदी के बहाने वर्दी की हनक दिखा नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। तीनों दारोगाओं के मामले का एसएसपी ने संज्ञान लिया और जांच अलग-अलग सीओ को सौंपी। सीओ स्वरुप नगर ने जांच में गालीबाज दारोगा सुरेश पाल को सही पाया और सीओ की जांच रिपोर्ट पर एसएसपी ने उसे निलंबित कर दिया, जबकि अभी भी दो दारोगाओं के खिलाफ जांच चल रही है। कोरोना वायरस के चलते पूर्णबंदी के पहले तीनों फेज में जिस तरह से पुलिस का मानवीय चेहरा देखने को मिला उसका चारों तरफ गुणगान किया गया। यही नहीं सोशल मीडिया से लेकर मुख्य धारा की मीडिया में खाकी को जगह मिली और लोग भी सम्मानित किये। वहीं अब जनपद में कोरोना के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने 10 थाना क्षेत्रों में पूरी तरह से पूर्णबंदी घोषित कर दिया है। इसमें सबसे बड़ी समस्या लोगों को तब होती है जब उन्हे यह नहीं मालूम होता कि कहां से पूर्णबंदी वाला थाना क्षेत्र लगता है और वह वहां चले जाते हैं। ऐसे में वही पुलिस जो पूर्णबंदी के पहले तीनों फेज में मानवीय चेहरा दिखाती थी अब पुलिस लोगों को अशोभनीय या यूं कहें कि शुद्ध हिन्दी में गाली देती है। यही नहीं कई जगहों पर पुलिस लाठी से लोगों की पिटाई भी करती दिखी। इन सभी के वीडियो और ऑडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं। पहला मामला शास्त्री नगर चौकी का है, जहां पर एक युवक को दारोगा सुरेश पाल गाली गलौज कर पिटाई कर रहा है, जबकि युवक मॉस्क लगाये थे, उसकी गलती यह थी कि उसे यह नहीं पता कि उस जगह पर लॉकडाउन लगा हुआ है। दूसरा मामला सनिगवां चौकी इंचार्ज अजय कुमार का है जो गेंहू लेने जा रहे युवक को गाली दे रहे हैं। तीसरा मामला पनकी चौकी इंचार्ज धीरेन्द्र कुमार का है जो युवक को पूर्णबंदी के बहाने अशोभनीय गाली दे रहे हैं। एसएसपी ने लिया संज्ञान इन सभी मामलों को एसएसपी दिनेश कुमार पी ने संज्ञान में लिया और अलग-अलग सीओ को जांच सौंपी। सीओ स्वरुप नगर अजीत सिंह चौहान ने दारोगा सुरेश पाल का मामला सही पाया और जांच रिपोर्ट एसएसपी को सौंप दी। एसएसपी ने जांच रिपोर्ट के आधार पर दारोगा सुरेश पाल को तत्काल निलंबित कर दिया। वहीं अभी दो दारोगाओं के खिलाफ जांच चल रही है और जांच रिपोर्ट आने पर उन पर भी कार्रवाई होना तय है। हिन्दुस्थान समाचार/अजय-hindusthansamachar.in