इटावा : निलम्बित दरोगा की कचहरी में वकीलों ने की पिटाई
इटावा, 23 जुलाई (हि.स.)। जनपद में विवादों और असामाजिक हरकतों के चलते निलम्बित चल रहे दरोगा की कचहरी परिसर में किसी बात पर कहासुनी होने पर वकीलों ने जमकर पिटाई कर दी। पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद एसएसपी ने आरोपी दरोगा के खिलाफ जांच के आदेश दे दिए हैं। गुरुवार को सुबह थाना सिविल लाइन क्षेत्र के अंतर्गत कचहरी परिसर में उस समय हड़कम्प मच गया जब विवादों के कारण निलम्बित चल रहे दरोगा विजय प्रताप सिंह की किसी बात में बहस होने के कारण वकीलों ने दरोगा की जमकर पिटाई कर दी। पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद एसएसपी आकाश तोमर ने मामले की जांच के आदेश दे दिए है। दरोगा विजय प्रताप ने बताया कि उसके ऊपर चल रहे मुकदमे के लिए कॉल डिटेल निकलवाने के नाम पर वकील धर्मेंद्र पांडेय ने पांच हजार रुपये उससे लिए थे लेकिन काम न होने पर जब उसने अपने पैसे वापस मांगे तो वकील ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसके साथ मारपीट करना शुरू कर दी जिसकी शिकायत करने वह एसएसपी कार्यालय में आया है। एसएसपी आकाश तोमर ने बताया कि सब इंस्पेक्टर विजय प्रताप के द्वारा वकील के साथ अभद्रता करने की शिकायत सामने आई है। मामले की जांच के आदेश दे दिए गये हैं। जांच होने के बाद विधिक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने बताया कि आरोपी दरोग़ा के खिलाफ पहले से ही विभागीय जांच के साथ-साथ बर्खास्तगी की कार्रवाई की जा रही है। गौरतलब है कि दरोगा विजय प्रताप विवादों के चलते सुर्खियों में रहते आये हैं। जिस कारण वह लगातार निलम्बित रहते हैं। दरोगा के खिलाफ विभागीय कार्रवाई और जांच प्रचलन में बनी रहती है। दरोगा विजय प्रताप अजीब मानसिकता से ग्रसित होने के चलते सोशल मीडिया पर देश के प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री के खिलाफ अपशब्द लिखने और आपत्तिजनक पोस्ट किए जाने के चलते विवादों में रहते थे। जिस कारण से उन्हें तत्कालीन एसएसपी सन्तोष मिश्रा ने निलम्बित किया था। जिसके बाद वर्तमान एसएसपी ने दरोगा को बहाल करते हुए जनपद के बिठौली थाना में तैनाती दे दी थी लेकिन अजीब मानसिकता के चलते दरोगा ने अपने थाना क्षेत्र में स्थित हिन्दू धर्म के देवी देवताओं के मंदिर को तोड़ दिया था। दरोगा का विरोध होने पर एसएसपी आकाश तोमर ने आरोपी दरोगा के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाकर निलम्बित कर दिया था। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/दीपक-hindusthansamachar.in