सिक्किम में फटा बादल: बहे कई पुल, जलविद्युत परियोजनाएं क्षतिग्रस्त; शैक्षणिक संस्थान 8 अक्टूबर तक बंद

Sikkim Cloud Burst: उत्तरी सिक्किम में मंगलवार-बुधवार देर रात में बादल फटने के बाद तीस्ता नदी का जलस्तर अचानक बढ़ने से निचले इलाकों में बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। NDRF और SDRF की टीमें राहत कार्य...
Sikkim Cloud Burst
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गंगटोक, रफ्तार डेस्क (हि.स.)। उत्तरी सिक्किम में मंगलवार-बुधवार देर रात में बादल फटने के बाद तीस्ता नदी का जलस्तर अचानक बढ़ने से निचले इलाकों में बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। तीस्ता नदी कई घरों और लोगों को बहा ले गई है। प्रभावित इलाकों में जलविद्युत परियोजना के बांध और पुल नष्ट हो गए हैं। बड़ी संख्या में लोग लापता है और कई लोगों को बचाया गया है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीेमें बचाव व राहत कार्य में लगी हैं। सिंगताम के गोलिटार से चार लोगों के शव बरामद हुए हैं।

बाढ़ में सेना के 23 जवानों के लापता होने की आशंका

इसके साथ इस भयानक बाढ़ में नार्थ सिक्किम में ल्होनक झील पर भी बादल फटने से भारी तबाही हुई है। इस वजह से लाचेन घाटी में तीस्ता नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया है। इस बाढ़ में सेना के 23 जवानों के लापता होने की आशंका है। यह सूचना असम की राजधानी गुवाहाटी में रक्षा मंत्रालय के जनसंपर्क अधिकारी ने एक्स हैंडल पर साझा की है। त्तरी सिक्किम में ल्होनक झील के ऊपर अचानक बादल फटने से लाचेन घाटी में तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई। घाटी में कुछ सैन्य प्रतिष्ठान प्रभावित हुए हैं। विवरण की पुष्टि करने के प्रयास जारी हैं। 23 कर्मियों के लापता होने और कुछ वाहनों के डूब जाने की सूचना है।

उत्तरी सिक्किम

सिक्किम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से मिली जानकारी के अनुसार, अप्रत्याशित रूप से बढ़े तीस्ता नदी के पानी ने जनधन को भारी नुकसान पहुंचाया है। उत्तरी सिक्किम के चुंगथांग में एनएचपीसी बांध और पुल नष्ट हो गए हैं। मिंसिथांग, जेमा, रिचू और संगखलांग में भी पुल बह गए हैं। इन इलाकों में जलापूर्ति पूरी तरह से बाधित हो गयी है।

गंगटोक

एनडीआरएफ और एसडीआरएफ ने गंगटोक जिला अंतर्गत सिंगताम के गोलिटार से चार लोगों के शव बरामद किए है। एसडीआरएफ ने बाढ़ प्रभावित इलाकों से 25 लोगों को बचाया है और राहत एवं बचाव कार्य चल रहा है। सिंगताम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, बिहारी भवन, नेपाली भवन और सिक्किम सुप्रीम में चार राहत शिविर स्थापित किए गए हैं।

तीस्ता नदी पर कंट्रोल रूम क्षतिग्रस्त

तीस्ता नदी के पानी से यहां एनएचपीसी बांध का कंट्रोल रूम क्षतिग्रस्त हो गया है। एनएचपीसी तीस्ता परियोजना क्षेत्र से एक व्यक्ति लापता है और एक व्यक्ति को राजधानी गंगटोक के एसटीएनएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सिंगताम में जल आपूर्ति और जल निकासी व्यवस्था पूरी तरह से नष्ट हो गई है।

पाकिम

पाकिम जिला अंतर्गत बागेखोला में सात लोग लापता हो गये हैं। माझीटार में तीन लोग तीस्ता नदी के पानी में बह गये हैं। 17 लोगों को मामूली चोटें आईं और उनका सिंगताम जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। रंगपो में भी जलापूर्ति और जल निकासी व्यवस्था भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है।

नामची

नामची जिले के मामरिंग में तीस्ता नदी में दो मजदूर बह गये, जबकि यहां सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। उल्लेखनीय है कि मंगलवार-बुधवार की देर रात उत्तरी सिक्किम की ल्होनक झील के आस-पास बादल फटने से झील का जलस्तर बढ़ गया और अचानक बाढ़ आ गई। झील का पानी तीस्ता नदी में मिलने के बाद नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया। इससके नदी ने किनारे के निचले इलाकों में बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है।

राष्ट्रीय राजमार्ग -10 कई जगह से बाधित

सिक्किम में बादल फटने और कई स्थानों पर हुए भारी भूस्खलन से हालात गंभीर हो गए हैं। नार्थ सिक्किम में बादल फटने से तीस्ता नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया है। इस वजह से तीस्ता नदी के तटीय इलाकों में रहने वाले हजारों लोगों के सामने गंभीर संकट पैदा हो गया है। ऐसी सूचना आ रही है कि तमाम घर पानी के सैलाब में बह गए हैं। कुछ लोग जान बचाकर अपने घरों से भाग कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचे हैं। बादल फटने से सिंगतम में तीस्ता नदीं उफान पर है। इसके वेग में यहां एक बड़ा पुल बह गया है। इस वजह से सिगंतम का संपर्क बाकी स्थानों से कट गया है। साथ ही नार्थ सिक्किम में कई जगह भूस्खलन की वजह से राजमार्ग पर आवागमन रुक गया है। इसके अलावा सिक्किम को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने वाला एक मात्र राष्ट्रीय राजमार्ग -10 कई जगह बाधित है। यहां भारी भूस्खलन हुआ है।

चार जिलों में सरकारी और निजी स्कूल 8 अक्टूबर तक बंद

सिक्किम में मौजूदा अप्रत्याशित आपातकालीन स्थिति को देखते हुए राज्य के चार जिलों में सरकारी और निजी स्कूलों को 8 अक्टूबर तक बंद करने का निर्णय लिया गया है। यह जानकारी शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आर. तेलांग ने दी। अतिरिक्त मुख्य सचिव तेलांग ने अपने परिपत्र में कहा है कि तीस्ता नदी के बढ़ते जल स्तर के कारण उत्पन्न अप्रत्याशित आपातकालीन स्थिति को देखते हुए पाकिम, गंगटोक, नामची और मंगन जिलों के सभी सरकारी और निजी स्कूल 8 अक्टूबर तक बंद रहेंगे। उल्लेखनीय है कि उत्तरी सिक्किम में तीस्ता नदी के उद्गम स्थल पर बादल फटने के बाद तीस्ता नदी का जलस्तर अप्रत्याशित रूप से बढ़ गया है। तीस्ता नदी ने सिंगताम, रंगपो सहित पश्चिम बंगाल के कालेबुंग जिले के अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग 10 पर भी व्यापक क्षति पहुंचाई है। सिक्किम को देश से जोड़ने वाली एक मात्र राष्ट्रीय राजमार्ग 10 पर भी यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जाहिर की चिंता

सिक्किम में बादल फटने के बाद भारी बारिश और लैंडस्लाइड में भारतीय सेना के 23 जवानों के लापता होने की घटना पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चिंता जाहिर की है। उन्होंने आवश्यकता पड़ने पर पश्चिम बंगाल से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। उन्होंने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट एक्स (पहले ट्विटर) पर लिखा, "सिक्किम में बादल फटने के बाद अचानक आई बाढ़ में 23 सैनिकों के लापता होने की खबर पाकर बहुत चिंतित हूं। इस मामले पर हमारी सरकार की ओर से सहायता मांगे जाने पर हम एकजुटता के साथ मदद को तैयार हैं।"

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