मंदिरों में ही हुई कान्हा के जन्मोत्सव के बाद नंदोत्सव की रस्म अदायगी
मंदिरों में ही हुई कान्हा के जन्मोत्सव के बाद नंदोत्सव की रस्म अदायगी

मंदिरों में ही हुई कान्हा के जन्मोत्सव के बाद नंदोत्सव की रस्म अदायगी

जयपुर, 13 अगस्त (हि. स.)। कृष्ण जन्माष्टमी के बाद प्रदेश के कृष्ण मंदिरों में भाद्रपद कृष्ण पक्ष की नवमी गुरुवार को नंदोत्सव मना, लेकिन कोरोना महामारी के कारण फैल रहे संक्रमण के बीच नंदोत्सव मनाने की परंपरा रस्मअदायगी भर रही। सरकारी गाइडलाइन की पालना में नंदोत्सव में भी श्रद्धालु शामिल नहीं हो सके। यह पहला अवसर रहा होगा जब ठाकुरजी को उछाल तो भरपूर अर्पण की गई, लेकिन इसे लूटने वाला कोई नहीं था। जबकि हर साल नंदोत्सव पर उछाल लूटने के लिए मंदिर परिसर श्रद्धालुओं से खचाखच भरे रहते थे। जयपुर शहर की स्थापना के बाद पहली बार गोविंददेवजी की शाही लवाजमे के साथ शोभायात्रा नहीं निकली। मंदिर परिसर में नंदोत्सव के बाद प्रतीकात्मक ठाकुरजी की रथयात्रा निकाली गई। महंत अंजनकुमार गोस्वामी व प्रबंधक मानस गोस्वामी ने ठाकुरजी के रथ को खींच रस्म निभाई। इससे पूर्व सुबह महंत गोस्वामी के सान्निध्य में नंदोत्सव के तहत ठाकुर जी को केसरिया पोशाक धारण करवा फू लों और विशेष अलंकार धारण करवाकर शृंगार किया गया। इस दौरान ठाकुर जी का अधिवास पूजन के बाद नंदोत्सव में 56 भोग झांकी के दर्शन हुए। सुबह शृंगार आरती के बाद तिल और यवदान पूजन हुआ। नंदोत्सव में उछाल ठाकुर जी को अर्पण की गई, लेकिन श्रद्धालु प्रभु के जन्म की खुशी में उछाल नहीं लूट पाए। कोरोना के चलते मंदिरों में महंत व सेवकों की मौजूदगी में उछाल के सामान भगवान के समक्ष अर्पित किए गए। मंदिरों में भक्तों का प्रवेश निषेध रहा। मानसरोवर धौलाई स्थित इस्कॉन मंदिर, जगतपुरा स्थित कृष्ण बलराम मंदिर, पुरानी बस्ती स्थित राधागोपीनाथ जी मंदिर, लाडली जी मंदिर, गलता जी, पानों का दरीबा स्थित सरस निकुंज सहित अन्य मंदिरों में सादगी से नंदोत्सव मनाया गया। इस दौरान मंदिरों में विशेष झांकियां सजाई गई। भक्तों को नंदोत्सव कार्यक्रम के दर्शन सोशल मीडिया के जरिए कराए गए। श्री वेंकटेश देवस्थान न्यास की ओर से रामानुज मार्ग पर गंगापोल गेट के बाहर स्थित मंदिर श्री मुरली मनोहरजी में महंत स्वामी राघवेंद्रचार्य के सान्निध्य में नंदोत्सव मनाया गया। इस मौके पर ठाकुरजी का मनोहारी शृंगार किया गया। चांदनी चौक स्थित मंदिर श्री ब्रजनिधिजी, गोनेर रोड के राधा गोविन्द मंदिर, मानसरोवर धौलाई स्थित इस्कॉन मंदिर, पुरानी बस्ती स्थित गोपीनाथ जी मंदिर, गलता जी के नृत्य गोपाल मंदिर सहित अन्य मंदिरों में भी नंदोत्सव सादगी से मनाया गया। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप-hindusthansamachar.in

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