प्रदेशभर के देवालयों में छाया दीपोत्सव का उल्लास
प्रदेशभर के देवालयों में छाया दीपोत्सव का उल्लास

प्रदेशभर के देवालयों में छाया दीपोत्सव का उल्लास

जयपुर, 14 नवम्बर (हि.स.)। कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी युक्त अमावस्या पर शनिवार को राजधानी जयपुर समेत प्रदेशभर के मंदिरों में दिवाली का पर्व परंपरागत उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इस दौरान मंदिरों में सजावट के बीच भगवान की मनोहारी झांकी सजाई गई। भक्तों ने सुख-समृद्धि की कामना के साथ दो गज की दूरी के साथ अपने आराध्यों के दर्शन किए। शाम को मंदिरों में दीपदान होगा। इसके अगले दिन यानी रविवार को गोवर्धन पूजा के तहत गोबर से गोवर्धन बनाकर पूजा-अर्चना की जाएगी। सोमवार को भाई-बहन के स्नेह का पर्व भाईदूज मनाया जाएगा। राजधानी जयपुर के चांदपोल बाजार स्थित श्रीरामचंद्र मंदिर में सुबह भगवान की नयनाभिराम झांकी सजाई गई। चित्रकूट स्थित स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर में दिवाली पर्व पर लक्ष्मी पूजन एवं भक्तों के बहीखातों का पूजन शाम 6.30 बजे स्वामी महाराज के सान्निध्य में ऑनलाइन किया जाएगा। साथ ही, सभी की उन्नति के लिए कामना की जाएगी। रविवार को ठाकुरजी के समक्ष अन्नकूट का भोग लगाया जाएगा। साथ ही गोवर्धन पूजा, गौपूजा एवं अन्नकूट के दर्शन होंगे। इस दौरान ठाकुरजी के समक्ष 56 भोग की झांकी सजेगी। अक्षयपात्र मंदिर में ऑनलाइन ब्रज की चौरासी कोस की परिक्रमा कार्यक्रम होगा। गोविंद देवजी मंदिर में अन्नकूट कार्यक्रम 15 नवंबर को होगा। अन्नकूट झांकी दर्शन दोपहर 12 से 1 बजे तक होंगे। इस दौरान सुबह ठाकुरजी का पंचामृत अभिषेक के बाद विशेष 25 तरह के कच्चा भोग, 56 भोग सेवा में अर्पण किए जाएंगे। इस दिन सुबह की राजभोग झांकी के दर्शन नहीं होंगे। बाकी झांकियों का समय यथावत रहेगा। दोपहर 12.15 बजे मंदिर के पश्चिम द्वार पर गोवर्धन पूजा और गाय बछड़े का पूजन किया जाएगा। इसके बाद सुनहरी जामा पोशाक धारण करवाई जाएगी। भक्त ऑनलाइन दर्शन करेंगे। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ ईश्वर-hindusthansamachar.in

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