पूर्व सांसद भगोरा के बयान पर यूथ कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष एवं डूँगरपुर विधायक गणेश घोघरा का पलटवार कहा, भगोरा पुत्र मोह में कांग्रेस को डूबा रहे
पूर्व सांसद भगोरा के बयान पर यूथ कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष एवं डूँगरपुर विधायक गणेश घोघरा का पलटवार कहा, भगोरा पुत्र मोह में कांग्रेस को डूबा रहे

पूर्व सांसद भगोरा के बयान पर यूथ कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष एवं डूँगरपुर विधायक गणेश घोघरा का पलटवार कहा, भगोरा पुत्र मोह में कांग्रेस को डूबा रहे

डूंगरपुर, 12 दिसंबर (हि.स.)। राजस्थान प्रदेश यूथ कांग्रेस अध्यक्ष गणेश घोघरा और निवर्तमान जिलाध्यक्ष दिनेश खोड़निया समेत कांग्रेस के कई नेताओं ने शनिवार को संयुक्त व्यक्तत्व जारी कर कांग्रेस के पूर्व सांसद ताराचंद भगोरा पर पार्टी की मान मर्यादा खत्म करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनके जैसे वरिष्ठ नेता को किसी बात को लेकर नाराजगी थी तो उन्हें राजस्थान के प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और प्रभारी महासचिव के सामने अपनी बात रखनी चाहिए थी न कि प्रेस में खुले आम पार्टी के विवाद सड़को पर लाने चाहिए थे। सभी नेताओं ने कहा कि ताराचंद भगोरा व उनके परिवार के सारे सदस्यों को प्रेस कॉन्फ्रेंस करने का फोबिया है और जब भी उनके परिवार के हित में कोई काम नहीं होता है तो पार्टी को बदनाम करने के लिए हमेशा आगे रहते हैं। कांग्रेस के सभी नेताओं ने कहा कि ताराचंद भगोरा जब से राजनीति में आए हैं तब से वे परिवारवाद और व्यक्तिवाद की राजनीति करते रहे हैं। वह किसी आदिवासी को या अन्य नेता को उभरता हुआ देख ही नहीं सकते। सभी नेताओं ने कहा कि डूंगरपुर जिले में लंबे समय से भारतीय ट्राइबल पार्टी के संरक्षक के रूप में ताराचंद भगोरा काम करते आ रहे हैं और उन्होंने अपने बेटे को प्रधान बनाने के लिए भारतीय ट्राइबल पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से कई समझौते भी किए और सीमलवाड़ा पंचायत समिति के चुनाव में एक भी मीटिंग भारतीय ट्राइबल पार्टी के विधायक राजकुमार रोत के द्वारा नहीं कराना यह साबित करता है कि ताराचंद भगोरा कांग्रेस की कीमत पर विपक्षी लोगों से समझौते करते रहे हैं और उसका ताजा उदाहरण उन्होंने पार्टी को विश्वास में लिए बगैर अपने बेटे को प्रधान बनाने हेतु स्टांप पेपर पर भारतीय ट्राइबल पार्टी के साथ समझौता करना जिसमें ढाई साल प्रधान कांग्रेस का व ढाई साल प्रदान बीटीपी का बनाने का निर्णय अपने स्तर पर किया और उनका यह समझौता आपस में टूट गया तब यह बात आम जनता को पता चली। कांग्रेस पदाधिकारियों ने कहा कि पूरे जिले के अंदर गणेश घोघरा एक नए नेता के रूप में उभरे हैं और उन को समाप्त करने के लिए ताराचंद भगोरा भारतीय ट्राइबल पार्टी से हमेशा समझौते करते रहे हैं। पूर्व में भी महेंद्र बरजोड, मंजुला रोत, सुरेंद्र बामणिया को खत्म करने के लिए इनका सौदा हमेशा भारतीय ट्राइबल पार्टी के पक्ष में रहा हैं। सभी नेताओं ने कहा कि ताराचंद भगोरा ने पिछले लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस पार्टी के सामने यह बात रखी थी कि अगर ताराचंद भगोरा को उम्मीदवार बनाया जाता है तो भारतीय ट्राइबल पार्टी उनका पूर्ण सहयोग करेगी, ज़िसका मतलब ताराचंद भगोरा का अपने स्वार्थ के लिए हमेशा समझौते करना फितरत में रहा है। डूंगरपुर जिले की जनता ही नहीं जबकि उदयपुर संभाग यह चाहता था कि भारतीय ट्राइबल पार्टी को रोका जाए, इस हेतु किसी प्रकार का गठबंधन कांग्रेस लेवल पर नहीं हुआ है। हिंदुस्थान समाचार / संतोष व्यास/ ईश्वर-hindusthansamachar.in

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