दीपोत्सव : घर घर में होगी मां लक्ष्मी की पूजा
दीपोत्सव : घर घर में होगी मां लक्ष्मी की पूजा

दीपोत्सव : घर घर में होगी मां लक्ष्मी की पूजा

जयपुर,14 नवम्बर (हि.स.)। राजधानी जयपुर में दीपोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। लोग अपने घरों और प्रतिष्ठानों में धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा अर्चना कर सुख-समृद्धि की कामना कर रहे हैं। कोरोना के मद्देनजर इस बार पटाखों की बिक्री और आतिशबाजी पर प्रतिबंध है। ऐसे में बिना आतिशबाजी के ही लोग दीपावली मनाई जा रही है। दीपोत्सव पर शहर के मंदिरों में आकर्षक साज सज्जा की गई है। चांदपोल बाजार स्थित श्रीरामचंद्र मंदिर में सुबह भगवान की नयनाभिराम झांकी सजाई गई। अक्षयपात्र मंदिर में ऑनलाइन ब्रज की चौरासी कोस की परिक्रमा कार्यक्रम हुआ। इसके साथ ही अगले दिन यानि रविवार को गोवर्धन पूजा के तहत गोबर से गोवर्धन बनाकर पूजा-अर्चना की जाएगी। सोमवार को भाई-बहन के स्नेह का पर्व भाईदूज मनाया जाएगा। इसके अलावा ठिाकना मंदिर श्री राधा—गोविंददेव जी में शनिवार को दीपावली महोत्सव और रविवार को अन्नकूट महोत्सव मनाया जाएगा। एक दिसंबर से राध्य गोविंददेवजी मंदिर खुलने की आंशका ! राजधानी जयपुर के सबसे बड़े धार्मिक स्थलों में से एक शहर के आराध्य गोविंददेवजी मंदिर में कोरोना काल के दौरान लोगों की सुरक्षा को देखते हुए बंद किया गया था। करीब आठ माह के बाद एक दिसम्बर को आम भक्तों के लिए खोलने की आशंका जताई जा रही है। कोरोना के मद्देनजर गोविंद देव जी मंदिर प्रबंधन ने कई बार मंदिर खोलने की सहमति दी। हालांकि बढ़ते कोरोना मरीजों के बाद इस फैसला को वापस लेना पड़ा। अब मंदिर प्रबंधन दिवाली बाद एक दिसंबर से ठाकुरजी के दर्शनों के लिए भक्तों को प्रवेश देगा। श्री स्वामी नारायण मंदिर में सजेगी अन्नकूट महोत्सव पर 56 भोग की झांकी चित्रकूट इलाके में स्थित श्री स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर में दीपावली पर कोरोना महामारी के कारण लक्ष्मी पूजन और भक्तों के बही खातों की पूजन शनिवार शाम को साढे छह बजे से आठ बजे तक महंतस्वामी महाराज के दिव्य सान्निध्य में ऑनलाइन किया जाएगा। इसके साथ ही सभी उन्नति और प्रगति की कामना के साथ कोरोना से मुक्ति के लिए प्रार्थना की जाएगी। इसके अलावा दीवावली के अवसर पर मंदिर प्रागंण को रंग- बिंरगी रोशनियों से सजाया गया है। रविवार को गोवर्धन पूजा गोपूजा,एंव अन्नकूट महोत्सव मनाया जाएगा। सुबह नौ बजे गोवर्धन पूजा गोपूजा,एंव अन्नकूट के दर्शन होंगे। कोरोना महामारी के चलते जारी हुए गाइडलाइन की पालने के चलते ठाकुर जी के समक्ष 56 भोग की झांकी सजाई जाएगी। पंडित गौरव गौड़ ने बताया कि प्रदोष काल में अमावस्या होने से दिवाली पूजन होगा। घर में हर दिशा से लक्ष्मीजी का प्रवेश हो इसलिए आठ दिशाओं में मां लक्ष्मी के आठ स्वरूपों आद्य, विद्या, सौभाग्य, अमृत, काम, सत्य, भोग, योग लक्ष्मी की आराधना की जाएगी। इसके बाद बड़े-बुजुर्गों आर्शीवाद लिया जाएगा। ये रहेगा लक्ष्मी पूजा का मुहूर्त प्रदोष काल: शाम 5.33 से रात 8.12 बजे तक वृष लग्न: शाम 5.37 से रात 7.34 बजे तक सिंह लग्न: मध्य रात्रि 12.07 से 2.23 बजे तक चौघडि़ए मुहूर्त: लाभ: शाम 5.33 से 7.13 बजे तक शुभ, अमृत और चर: रात 8.52 से 1.51 बजे तक सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त: सायं 5.49 से 6.02 बजे तक। इसमें प्रदोष काल, वृष लग्न, कुंभ का स्थिर नवांश भी रहेगा। इसलिए यह सबसे सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त। दिन के मुहूर्त (व्यापारिक और औद्योगिक प्रतिष्ठान): दोपहर 2.18 बजे बाद महालक्ष्मी पूजन करना स्र्वश्रेष्ठ रहेगा। इसमें लाभ, अमृत का चौघडिय़ा दोपहर बाद 2.18 से 4.12 बजे तक रहेगा। ये रहेगा गोवर्धन पूजा का मुहूर्त गोवर्धन पूजा के तहत रविवार सुबह 8.11 से दोपहर 12.11 बजे चर, लाभ और अमृत के चौघड़िए और अभिजीत मुहूर्त 11.50 से दोपहर 12.32 बजे तक रहेगा। उपमर्दन का समय प्रदोषकाल में शाम 5.32 से रात 8.11 बजे तक रहेगा। सोमवार को भाईदूज का पर्व मनाया जाएगा। सुबह 6.51 से सुबह 8.11 बजे तक अमृत का चौघड़िया, 9.31 से 10.51 शुभ का चौघड़िया रहेगा। अभिजीत मुहूर्त 11.50 से 12.32 बजे तक रहेगा। वहीं दोपहर 1.32 से शाम 5.32 बजे तक चर, लाभ और अमृत का चौघड़िया रहेगा। हिन्दुस्थान समाचार/दिनेश/ ईश्वर-hindusthansamachar.in

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