चित्तौड़ जेल में भूख हड़ताल पर उतरे 17 बंदी, उप कारापाल पर रुपये मांगने का आरोप
चित्तौड़ जेल में भूख हड़ताल पर उतरे 17 बंदी, उप कारापाल पर रुपये मांगने का आरोप

चित्तौड़ जेल में भूख हड़ताल पर उतरे 17 बंदी, उप कारापाल पर रुपये मांगने का आरोप

चित्तौड़गढ़, 19 दिसंबर (हिस)। चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय स्थित जिला कारागृह में बंद बंदियों ने राशन व्यवस्था में सुधार व उप कारापाल पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ भूख हड़ताल पर उतर गए हैं। यहां 17 बंदी भूख हड़ताल पर उतरे हैं, जिन्हें शनिवार को स्वास्थ्य जांच के लिए जिला चिकित्सालय भेजा गया। बन्दियों ने मांगे नहीं माने जाने तक भूख हड़ताल पर रहने की चेतावनी दी है। वहीं बन्दियों की इस भूख हड़ताल से जेल प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है और बंदियों से समझाईश का प्रयास जारी है। जानकारी के अनुसार चितौड़गढ़ जिला कारागृह में बंद 17 बन्दियों ने 17 दिसम्बर से हड़ताल पर जाने की सूचना मिली है। यह जेल में मिलने वाली राशन व्यवस्था और उप कारापाल को खफा है। जानकारी में सामने आया कि 17 बंदियों में से कुछ का स्वास्थ्य नरम होने पर शनिवार को चित्तौड़गढ़ के जिला चिकित्सालय भेजा गया। यहां स्वास्थ्य जांच के बाद भर्ती कर लिया गया है। जानकारी में सामने आया कि बंदियों ने मुख्य रूप से चित्तौड़गढ़ जिला कारागृह में तैनात उपकारापाल के व्यवहार को लेकर असंतोष जताया है। मीडिया से बातचीत में उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। वहीं अपनी मांगों को लेकर बन्दियों ने जेल प्रशासन को लिखित में एक प्रार्थना पत्र भी दिया था। इसमें उन्होंने राशन व्यवस्था पर असंतोष जताया है। इसमें लिखा कि जेल में राशन सामग्री पूरी नहीं आ रही है। सब्जी, रोटी, चाय सही नहीं होने की शिकायत दी है। उन्होंने पत्र में आरोप लगाया है कि उपकारापाल द्वारा पैसे मांगने के कारण सभी 17 बंदी भूख हड़ताल पर हैं। वही इस संबंध है जेल उपाधीक्षक डुलेसिंह ने बताया कि बंदी हड़ताल पर उतरे हुए हैं। हड़ताल खत्म करने के लिए उनसे समझाइश की जा रही है, लेकिन अभी वे तैयार नहीं हुए हैं। बंदियों की ओर से अपनी मांगों को लेकर एक प्रार्थना पत्र दिया गया है। इस प्रार्थना पत्र में उन्होंने राशन व्यवस्था में सुधार करने के अलावा उपकारापाल आरोप भी लगाया है। इस संबंध में उच्चाधिकारियों को भी अवगत करवा दिया गया है। हिंदुस्थान समाचार/अखिल/संदीप-hindusthansamachar.in

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