किसान आंदोलन कुचलने के लिए भाजपा नेताओं के बयान दुर्भाग्यपूर्ण : गहलोत
किसान आंदोलन कुचलने के लिए भाजपा नेताओं के बयान दुर्भाग्यपूर्ण : गहलोत

किसान आंदोलन कुचलने के लिए भाजपा नेताओं के बयान दुर्भाग्यपूर्ण : गहलोत

जयपुर, 14 दिसम्बर (हि. स.)। देश भर में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को एक बार फिर मोदी सरकार पर हमला बोला। सीएम गहलोत ने कहा कि भाजपा नेताओं द्वारा किसानों के विरोध को कुचलने के लिए दिए जा रहे बयान दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय हैं। मुख्यमंत्री ने सोमवार को ट्वीट कर किसान आंदोलन को लेकर भाजपा नेताओं को आड़े हाथों लिया। उन्होंने लिखा कि केंद्र सरकार ने किसान आंदोलन को बातचीत के जरिये खत्म करने के बजाय जो बयान जारी किए वो दुर्भाग्यपूर्ण है। केंद्र सरकार को इन विरोध प्रदर्शनों के लिए राष्ट्र विरोधी तत्वों को जिम्मेदार ठहराने की बजाय किसानों की शिकायतों का समाधान करना चाहिए। किसान शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे हैं। उनका विरोध वास्तविक चिंताओं के लिए है, जिसे केंद्र सरकार नजरअंदाज कर रही है। इससे पहले भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया के जरिये कहा था कि राज्य सरकारों, संगठनों और कृषि विशेषज्ञों से बिना चर्चा किए तीनों कृषि बिल बनाए गए हैं। इन तीनों बिलों को संसद में भी आनन-फानन में बिना चर्चा किए बहुमत के दम पर असंवैधानिक तरीके से पास कराया गया, जबकि विपक्षी दल इन बिलों को सलेक्ट कमेटी को भेजकर चर्चा की मांग कर रहा था। केंद्र सरकार ने किसी से कोई चर्चा नहीं की। यही वजह है कि आज पूरे देश में किसान सडक़ों पर हैं। मुख्यमंत्री गहलोत आरोप लगा चुके हैं कि नए किसान कानूनों पर किसान की बात रखने के लिए पहले पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगा, लेकिन उन्हें समय नहीं दिया गया। फिर हम सभी चारों कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगा, लेकिन हमें मिलने का समय नही मिल सका। सीएम गहलोत ने कहा कि किसानों की बात केंद्र सरकार ने नहीं सुनी। इस कारण आज किसान पूरे देश मे आंदोलन कर रहे हैं। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप-hindusthansamachar.in

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