कांग्रेस के विभाजनकारी एजेंडे को नकारकर पंचायत चुनाव में भाजपा को जिताएगी जनता : कैलाश चौधरी
कांग्रेस के विभाजनकारी एजेंडे को नकारकर पंचायत चुनाव में भाजपा को जिताएगी जनता : कैलाश चौधरी

कांग्रेस के विभाजनकारी एजेंडे को नकारकर पंचायत चुनाव में भाजपा को जिताएगी जनता : कैलाश चौधरी

बाड़ेमर, 02 दिसम्बर (हि.स.)। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी राज्य में हो रहे पंचायती राज चुनाव के अंतिम चरण के लिए अपने संसदीय क्षेत्र बाड़मेर जैसलमेर में दौरे कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्री ने बुधवार को पचपदरा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत दूदवा, बाटाला पुरोहितान, कीतपाला, कालूड़ी और पनोतरी नाडी गांवों में चुनावी सभाओं को सम्बोधित कर भाजपा के पक्ष में मतदान की अपील की। दूदवा में मां रूपादे मंदिर और कालूड़ी गांव के महादेव मंदिर में दर्शन-पूजन के बाद जनसभाओं में चौधरी ने कहा कि भाजपा सदैव चुनाव विकास के विजन और जनकल्याणकारी नीतियों के आधार पर लड़ती है तो कांग्रेस वोटबैंक, तुष्टीकरण और भ्रामक प्रचार करके, इसीलिए जनता इन पंचायती राज चुनाव में भाजपा के विकास के विजन पर मुहर लगाने वाली है। केंद्रीय मंत्री ने जम्मू कश्मीर के पंचायत चुनाव में गुपकार गठबंधन के साथ हाथ मिलाने को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा। कैलाश चौधरी ने कहा कि गुपकार ग्रुप के साथ हाथ मिलाकर कांग्रेस ने देश को अपना असली रंग दिखा दिया है। अब जनता जान चुकी है कि कांग्रेस पार्टी लगातार देश के लिए अहित सोचती है। जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 की वजह से विकास नहीं पहुंच पाया था, वहां के देशविरोधी सोच रखने वाले गुपकार गैंग में कांग्रेस भी शामिल है। उन्होंने कहा कि इस गुपकार गैंग में कांग्रेस का एक ही लक्ष्य है अनुच्छेद 370 को वापस लाना। यह गुपकार पाकिस्तान के इशारे पर चल रहा है। गुपकार वही चाहता है, जो पाकिस्तान चाहता है। पाकिस्तान अनुच्छेद 370 के मसले को दुनिया के सब प्लेटफार्म पर ले गया। ये अलायंस भी वही कर रहा है। कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार के किसानों की आमदनी दोगुना करने के संकल्प ने बिचौलियों की परेशानी चौगुनी कर दी है। ऐसे ही बिचौलियों के साम्राज्य को बचाने की कांग्रेस सियासत कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा लाए गए कृषि सुधार कानून देश के करोड़ों किसानों की आंखों में खुशी, जिदगी में खुशहाली की गारंटी हैं। कृषि सुधार कानून दशकों से बिचौलियों के चंगुल में फंसे किसानों को आजादी दिलाकर किसानों के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एतिहासिक कदम हैं। कृषि प्रधान भारत, कृषक प्रधान हिंदुस्तान के रास्ते पर चल पड़ा है जहां किसानों के अन्न का भरपूर दाम, अन्नदाता का भरपूर सम्मान है। हिन्दुस्थान समाचार/ ईश्वर/संदीप-hindusthansamachar.in

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