अपडेट... सुहागिनों ने करवा चौथ पर चांद का दीदार कर मांगी पति की दीर्घायु, परिवार की खुशहाली
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जयपुर, 04 नवम्बर (हि. स.)। भारतीय संस्कृति में पति के प्रति समर्पण और स्नेह का त्योहार करवाचौथ बुधवार को विभिन्न ज्योतिषिय संयोगों के बीच प्रदेशभर में विवाहिताओं ने उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया। महिलाओं ने पूरे दिन निर्जला व्रत रखकर पति के दीर्घायु की कामना की। बुजुर्ग महिलाओं के बीच बैठकर कथाएं सुनी और चौथ माता की पूजा-अर्चना की। पूजा में सुहागिनों ने पति की दीर्घायु और खुद के अखंड सौभाग्य की कामना की। रात में चांद का दीदार करके पति के हाथ से पानी पीकर व्रत पूरा किया। नव विवाहिताओं को चंद्र दर्शन के बाद उनके पिया ने गिफ्ट भेंट किए। बाजारों में भी पर्व के चलते खासी चहल-पहल रही। कोरोना संक्रमण के बीच करवाचौथ का त्योहार सुहागिनों के लिए काफी खास रहा। पति की लंबी उम्र की कामना के लिए महिलाओं ने दिनभर निर्जला व्रत रखा। शाम के समय नगर क्षेत्र सहित गांव-गांव में महिलाओं ने दो गज की दूरी के नियम का पालन करते हुए करवा चौथ की कथा सुनी। इसके बाद महिलाओं ने चांद निकलने का इंतजार किया। लाल रंग के जोड़े में सजी-धजी महिलाएं शाम होने के साथ-साथ पूजा की तैयारियों में भी जुटी रही। आसमान में चांद का दीदार होते ही सुहागिन महिलाएं पूजा की थाली लेकर अपने घरों की छत पर पहुंची। इसके बाद महिलाओं ने विधि विधान से चंद्रमा के साथ शिव-पार्वती, गणेश और कार्तिकेय भगवान की पूजा अर्चना के बाद छलनी से पति का चेहरा देखा और पति के हाथों से पानी पीकर अपना उपवास पूरा किया। इस दौरान पतियों ने भी कई जगह अपनी पत्नियों को उपहार भेंट कर आजीवन साथ निभाने की कसमें खाई। करवाचौथ के दिन ग्राहकी से सुस्त पड़े बाजारों में भी रौनक रही। सुहागिनों द्वारा करवाचौथ पर्व की तैयारियां कई दिनों से की जा रही थी। बुधवार सुबह से ही पूजन की तैयारियां शुरू हो गई थी। व्रत धारण कर महिलाएं खूब सजी-संवरी और करवे (मिट्टी से बना पात्र) में गेहूं भरा और उसके ढक्कन पर मिष्ठान व दक्षिणा रखकर ईष्टदेव भगवान गणेश का पूजन किया। इसके बाद महिलाएं गली-मोहल्लों और मंदिरों में एकत्र हुई और करवाचौथ की कथा का श्रवण किया। बुजुर्ग महिलाओं से आशीर्वाद लिया। शाम को पूजन किया गया। इसके बाद बेसब्री से चांद का इंतजार किया। जिन महिलाओं के पति उनसे दूर थे, उन्होंने सोशल मीडिया के जरिये वीडियो कॉलिंग कर पतियों के दर्शन किए और व्रत खोला। फेसबुक व व्हाटसएप पर करवाचौथ की बधाई देने का सिलसिला भी दिनभर चलता रहा। महिलाओं ने पर्व के मद्देनजर मंगलवार रात ही हाथों में मेहंदी लगवाई। करवाचौथ पर्व के मौके पर बाजारों में जितनी रौनक नजर आती है, इस बार कोरोना महामारी को देखते हुए नहीं रही। कुछ जगहों पर महिलाओं ने नए कपड़े, आभूषण, श्रृंगार का सामान आदि की खरीदारी की। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संंदीप-hindusthansamachar.in

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