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बजट में प्रावधान होने पर भी राज्यों से क्यों मांगा जा रहा पैसा : लोढ़ा

सिरोही, 11 मई (हि.स.)। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से मंगलवार को राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ की गई वर्चुअल बैठक में सिरोही-शिवगंज से विधायक संयम लोढ़ा ने भाजपा के प्रदेश नेताओं की मौजूदगी में केन्द्र सरकार को कोसते हुए आरोप लगाया कि सरकार की ओर से बजट में 33 हजार करोड़ का प्रावधान होने के बावजूद ऐसी वैश्विक महामारी में राज्यों से इसके लिए पैसा मांगा जा रहा है। क्या इतिहास से हम कुछ सीखना नहीं चाहते। लोढ़ा ने आरोप लगाया कि जहां एक ओर इस कठिन समय में देश की जनता कोरोना जैसी महामारी से जूझ रही है। दूसरी तरफ दिल्ली में 20 हजार करोड़ की लागत से मोदी महल बनाया जा रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या इस कठिन समय में वहां पैसा लगाना जरुरी है या इस वैश्विक महामारी से लडऩे के लिए राज्यों का पैसा देना जरुरी है। उन्होंने भाजपा नेताओं को आईना दिखाते हुए कहा कि वे अपने केन्द्रीय नेताओं को सच बताने की हिम्मत जुटाएं। मुख्यमंत्री की इस सर्वदलीय बैठक में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां सहित प्रतिपक्ष नेता गुलाब चंद कटारिया, उपनेता राजेन्द्रसिंह राठौड़ सहित अन्य दलों के प्रमुख नेता मौजूद थे। विधायक लोढ़ा ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत के कोरोना संक्रमित होने के बावजूद वे जिस तरह से लोगों की हिफाजत के लिए कार्य कर रहे है, उनसे प्रेरणा प्राप्त कर संपूर्ण प्रशासन दिन रात चौबीस घंटे लोगों की खिदमत में कार्य कर रहा है वह तारीफ ए काबिल है। सभी प्रशासनिक अधिकारी इस कठिन समय में जनता को पूरा सहयोग प्रदान कर रहे है। उनके प्रति आभार प्रकट करने के लिए शब्द नहीं है। विधायक ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को निशाने पर लेते हुए कहा कि जिस दिन मोदीजी ने यह ऐलान कर दिया कि हम कोरोना से जीत गए है। उस समय से देश के लोगों के लिए सफरिंग, इन्फेक्शन व मौतों का रास्ता शुरू हो गया था। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से केन्द्रीय नेतृत्व को भी सीखना चाहिए और दिल्ली में भी सर्वदलीय संवाद होना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के पत्र का जवाब केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने किस तिरस्कार के साथ दिया, वह देश की जनता ने देखा है। विधायक ने कहा कि सोनियाजी ने पत्र लिखा, उसका भी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने तिरस्कृत जवाब दिया है। यह लोकतंत्र के लिए उचित नहीं है। कोरोना वैश्विक महामारी है। आज संपूर्ण देश की जनता की देखभाल का दायित्व भाजपा का है। विधायक ने कहा कि वैश्विक महामारी स्टेट सब्जेक्ट कैसे हो सकती है। विधायक लोढ़ा ने आरोप लगाया कि केन्द्र की ओर से सिरोही में जो इतनी संख्या में वेन्टीलेटर भेजे गए है वे 50 ऑक्सीजन लेवल तक तो रिच ही नहीं हो पाते है। जब इतनी संख्या में वेन्टीलेटर भेज रहे थे तो यह देखना चाहिए था कि राजस्थान में एनिस्थिसिया के कितने डॉक्टर्स उपलब्ध है। अगर उस संख्या में डॉक्टर्स उपलब्ध नहीं होंगे तो वेन्टीलेटर के माध्यम से लोगों को सर्व कैसे कर पाएंगे। विधायक ने केन्द्र से ऑक्सीजन इश्यू का शॉर्टआउट करने का आग्रह करते हुए कहा कि लोगों की जान बचाओ। उन्होंने आपको बड़ी उम्मीदों के साथ दिल्ली की हूकुमत पर बिठाया है। विधायक लोढ़ा ने कहा कि आज जिले में हालात यह है कि हम किसी मरीज को भर्ती करने से मना नहीं कर सकते। जितनी क्षमता है उससे ज्यादा लोगों को हम भर्ती कर रहे है। विधायक ने कहा कि मेडिकल विभाग का दस प्रतिशत स्टॉफ कोरोना संक्रमित है। यूटीबी बेसिस के अलावा हमारे पास खाली पद भी नहीं है। बावजूद इसके, अधिक से अधिक लोगों को हम उपचार के लिए अस्पतालों में ले रहे है। ऐसे में हमें प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से कार्य के आधार पर डॉक्टर्स और नर्स लगाने की अनुमति मिलनी चाहिए। विधायक ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि हमें अब 450 सिलैण्डर की आवश्यकता है। हमारे पास न तो मेडिकल कॉलेज है और न ही एम्स जैसा अस्पताल। हमारे पास छोटे छोटे अस्पताल है और सीमित संसाधन। उनके माध्यम से हम लोगों का ख्याल रखने की कोशिश कर रहे है। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप

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