the-team-of-doctors-in-black-fungus-is-doing-24-hours-duty-saving-human-life
the-team-of-doctors-in-black-fungus-is-doing-24-hours-duty-saving-human-life

ब्लैक फंगस में डॉक्टरों की टीम 24 घंटे ड्यूटी कर बचा रही इंसानी जीवन

जयपुर, 24 मई (हि.स.)। राजस्थान में कोरोना के बाद अब तेजी से पैर पसार रही ब्लैक फंगस महामारी ने राज्य सरकार के साथ आम आदमी की चिंता बढ़ा दी है। कोरोना काल में बिना रुके और थके कोरोना पीडि़तों का इलाज करने में जुटे फ्रंटलाइन वॉरियर्स चिकित्सकों के बाद अब ब्लैक फंगस ने ईएनटी विभाग के चिकित्सकों की जिम्मेदारी बढ़ा दी है। ईएनटी विशेषज्ञ भी अब बिना थके-बिना रुके ब्लैक फंगस महामारी से पीडित मरीजों का जी-जान से इलाज करने में जुटे हैं। राजधानी जयपुर स्थित प्रदेश के सबसे बड़े सवाई मानसिंह अस्पताल के ईएनटी विभाग के सीनियर प्रोफेसर डॉ. मानप्रकाश शर्मा और प्रोफेसर डॉ. पवन सिंघल की टीम ने अनूठा उदाहरण पेश किया है। डॉ. सिंह और डॉक्टर सिंघल की टीम ने हाल ही में ब्लैक फंगस महामारी से पीडित मरीजों को बचाने के लिए बिना रुके लगातार 24 घंटे से ज्यादा समय तक ऑपरेशन किया। डॉक्टर्स की इस टीम ने 24 घंटे में 19 ऑपरेशन और 22 एंडोस्कोपी की है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में ब्लैक फंगस के अब तक करीब 700 से अधिक केस सामने आ चुके हैं। अकेले एसएमएस अस्पताल में ही सौ से अधिक मरीजों का इलाज चल रहा है। इसके लिए एसएमएस अस्पताल में अलग वार्ड भी बनाया गया है। राज्य सरकार ब्लैक फंगस को महामारी घोषित कर चुकी है। इसके इलाज के लिए तेजी से संसाधन जुटाए जा रहे हैं। कोरोना की तर्ज की इस बीमारी से जुड़ी जांच और इलाज के लिए भी सरकार ने दरें तय कर दी हैं। इसके इलाज के लिए प्रदेश में अधिकृत अस्पतालों की संख्या भी 20 से बढ़ाकर 25 दी गई है। ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. मोहनीश ग्रोवर का कहना है कि ब्लैक फंगस के मरीज देरी से अस्पताल पहुंच रहे हैं। ऐसे में उनके इलाज में भी काफी देरी हो रही है। ब्लैक फंगस के मामलों में देरी से इलाज खतरनाक हो सकता है। ऐसे में लक्षण दिखते ही इलाज लेना आवश्यक है। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in