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शक्ति प्रदर्शन का चश्मा उतारें, ये शक्ति प्रदर्शन नहीं-भक्ति प्रदर्शन : राजे

भरतपुर, 08 मार्च (हि. स.)। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे 2 दिवसीय देव दर्शन यात्रा पर सोमवार को भी भरतपुर में रहीं। उन्होंने सुबह आदिबद्रीनाथ मंदिर में मंगला आरती में हिस्सा लिया। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि राजस्थान को मजबूत बनाने का काम हम करेंगे। लड़ाई-झगड़े से विकास नहीं होता है। एक का विकास होता है तो सभी का विकास होता है। हमें सभी का विकास करना है, क्योंकि सबके विकास में ही अपना विकास है। 8 मार्च 1985 में भरतपुर संभाग हुआ करता था। तब पहली बार धौलपुर से विधायक चुनी गई। आज 36 साल बाद इस दिन को कृष्ण जन्मभूमि पर सभी मिलकर सेलिब्रेट कर रहे हैं। इसकी बड़ी खुशी है। राजे ने कहा कि इस कार्यक्रम में किसी तरह की राजनीति नहीं है। हां, पर धर्म नीति जरूर है। इस रास्ते पर हमने बचपन से चलने की कोशिश की है। क्योंकि, राजमाता साहब यहीं हमें सिखाने की कोशिश करती थीं। वे जब पहली बार धौलपुर चुनाव लडऩे गई तो राजमाता ने उनसे कहा था कि राजनीति करना आसान है, लेकिन सभी को धर्मनीति के द्वारा जोडऩा मुश्किल है। एक परिवार बनाना, उनके काम और विकास को करना आसान काम नहीं है। ये आपको मुश्किल लग सकता है, लेकिन अंत में पूरे परिवार को फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि मेरे जन्मदिन और अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के साथ-साथ पन्नाधाय की भी जयंती है। ऐसी वीरांगना को मैं नमन करती हूं। कई लोग इस कार्यक्रम को शक्ति प्रदर्शन के चश्मे से देख रहे है। शायद उन्हें जानकारी नहीं है कि ये शक्ति प्रदर्शन नहीं, भक्ति प्रदर्शन है। मेरी धर्म नीति है 36 की 36 कौमों का विकास और 36 की 36 कौमों का ही विश्वास। जब तक प्राण है, मैं 36 की 36 कौमों के लिए संघर्ष करती रहूंगी। क्योंकि राजमाता ने मुझे धर्मनीति के मार्ग पर ही चलना सिखाया है। उन्ही से प्रेरित होकर मैंने राजस्थान को एक धार्मिक प्रदेश बनाने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने कऱीब 550 करोड़ की लागत से 125 मंदिरों का विकास तथा 110 करोड़ की लागत से करीब 40 महापुरुषों और देवी-देवताओं के पैनोरमा का निर्माण करवा कर राजस्थान में धार्मिक पर्यटन स्थापित किया। पर अब सरकार में धर्मनीति पर चलने वाले नहीं, राजनीति पर चलने वाले लोग बैठे हैं। जो विकास में राजनीति करते हैं। सरकार अपनी ही राजनीति में फंसी हुई है, इसलिए राजस्थान का विकास रुक गया है। पर आप चिंता ना करें। अटल जी ने कहा था कि अंधेरा छंटेगा-कमल खिलेगा। हम राजस्थान में फिर से कमल खिलाएंगे। राजे दोपहर में पहाड़ पर बने केदारनाथ मंदिर में जाएंगी। वे मंदिर में केदारनाथ का अभिषेक करेंगी। साथ ही पार्वती मन्दिर पर भी कलश अभिषेक करेंगी। दोपहर 3.30 बजे उनका हेलीकॉप्टर से धौलपुर रवाना होने का कार्यक्रम है। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप

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