जिन बुजुर्गों के बुढ़ापे का सहारा छिन गया उन्हें सहायता उपलब्ध कराये राज्य सरकार: डॉ. पूनियां
जयपुर, 20 मई (हि.स.)। कोरोना वैश्विक महामारी की प्रथम एवं द्वितीय लहर में अपने माता-पिता को खो चुके बालक-बालिकाओं, बेसहारा हुए बुजुर्गों को और उनके परिवार को मुफ्त राशन, शिक्षा, चिकित्सा सुविधा एवं आर्थिक सहायता उपलब्ध कराये के संबंध में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर आग्रह किया है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. पूनियां ने मुख्यमंत्री गहलोत को पत्र लिखकर अनुरोध किया कि, कोरोना वायरस का घातक संक्रमण देश-प्रदेश में कई परिवारों पर कहर बनकर टूटा है। प्रदेश में कई परिवारों के एकमात्र कमाने वालों की मौत हुई है, वहीं कई बालक-बालिकाओं ने भी बीते दिनों अपने माता-पिता को खो दिया है, जिसके कारण उनके समक्ष जीवनयापन का विकट संकट खड़ा हो गया है। कई बुजुर्गों ने जवान बच्चों को खो दिया है, अब उनका घर चलाने वाला कोई नहीं है, इस घातक संक्रमण ने कई बुजुर्ग लोगों के बुढ़ापे के सहारे को छीन लिया है। डॉ. पूनियां ने गहलोत से आग्रह किया कि, राज्य के ऐसे दुखी परिवारों, अपने माता-पिता को खोने वाले बालक-बालिकाओं, बुजुर्ग लोगों को बेसहारा नहीं छोड़ना चाहिये, उनका सहारा प्रदेश की सरकार को बनना चाहिये। मेरा मुख्यमंत्री से अनुरोध है कि ऐसे परिवारों, बच्चों एवं बुजुर्गों को चिन्हित करवाकर उन्हें और उनके परिवार को तत्काल मुफ्त राशन, शिक्षा, चिकित्सा सुविधा एवं आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाये, जिससे इस कठिन समय में इनको राहत पहुंचाई जा सके। हिन्दुस्थान समाचार/ ईश्वर/संदीप