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युवाओं से रूबरू हुए आध्यात्मिक मोटिवेटर डॉ. मालानी

झुंझुनू, 03 मार्च(हि.स.)। जिले के पिलानी निवासी और मुंबई प्रवासी युवा उद्यमी व मात्र 22 साल की उम्र में ही आध्यात्मिक मोटिवेटर के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले डॉ. मधुसुदन मनीष मालानी ने मोरवा गांव का दौरा किया। दरअसल मोरवा गांव को स्वास्थ्य के हिसाब से बिरला सार्वजनिक अस्पताल ने गोद ले रखा है। ऐसे में यहां के युवाओं ने खेल सुविधाओं को लेकर डॉ. मधुसुदन मालानी को गांव आने का न्यौता दिया था। इस मौके पर डॉ. मालानी ने युवाओं से बातचीत की और उनकी खेल क्षमताओं को जाना। युवाओं से बातचीत के दौरान सामने आया कि यहां मैदान तो है। लेकिन खेल सुविधाओं के नाम पर काम चलाउ संसाधन है। इन काम चलाऊ संसाधनों के दम पर ही यहां के युवा ना केवल जिला, प्रदेश, बल्कि राष्ट्रीय स्तर तक अपना दम दिखा चुके है। डॉ. मालानी ने कहा कि यदि यहां के युवाओं को प्रोपर खेल सुविधाएं मिल जाए और संसाधन मिल जाए। तो वे पूरे देश का नाम रोशन करने की क्षमता रखते है। उन्होंने बिरला सार्वजनिक अस्प्ताल के स्थानीय प्रबंधन जीआर सैनी को निर्देश दिए है कि वे पूरी प्लान बनाएं। ताकि यहां के युवाओं की खेल क्षमता बढाकर उन्हें विश्व पटल तक ले जाया सके। उन्होंने बताया कि जब युवा खेलों में फेाकस रखेंगे। तो स्वस्थ भी रहेंगे। स्वस्थ युवा ही स्वस्थ देश का परिचायक बन सकते है। इसलिए खेल सुविधाओं का विस्तार होना बेहद जरूरी है। पिलानी में हरिदेवी झूथाराम स्कूल में तेज दिमाग संस्थान की ओर से कोरोना को लेकर एक सेमीनार का आयोजन किया गया। जिसके मुख्य वक्ता प्रवासी युवा उद्यमी एवं मोटिवेटर डॉ. मधुसुदन मनीष मालानी थे। इस मौके पर डॉ. मधुसुदन मनीष मालानी ने कहा कि कोरोना ने देश ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व को प्रभावित किया है। ऐसे में शिक्षा के क्षेत्र में भी हमें काफी नुकसान हुआ है। लेकिन भारत की ताकत और खासकर युवाओं की ताकत उसी में है। जब वे आपदा में अवसर निकालें। अब समय आ गया है कि हम कोरोना को बहाना नहीं, बल्कि ताकत बनाकर आगे बढें। ताकि सकारात्मक परिवर्तनों से समाज और देश को नई दिशा मिल सके। इस मौके पर शिक्षाविद् डॉ. दिलीप मोदी, आदित्य सरावगी समेत अन्य मौजूद थे। हिन्दुस्थान समाचार / रमेश सर्राफ / ईश्वर

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