भरतपुर शराब दुखांतिका के बाद यूपी व हरियाणा सीमा पर विशेष चौकसी
भरतपुर, 28 जनवरी (हि. स.)। जिले के रूपबास स्थित चक सामरी में शराब दुखांतिका के कारण 7 लोगों की मौत के बाद आबकारी विभाग और पुलिस ने संयुक्त अभियान छेडक़र बीते 12 दिनों में 178 लोगों को गिरफ्तार कर क्षेत्र में अवैध शराब के ठिकाने ध्वस्त किए हैं। जिले की उत्तर प्रदेश और हरियाणा से लगती सीमा पर भी अवैध शराब की आपूर्ति पर विशेष निगाह रखी जा रही है। पिछले साल अप्रैल 2020 से 12 जनवरी 2021 तक आबकारी विभाग ने अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 294 लोगों को गिरफ्तार किया था, वहीं जहरीली शराब से हादसे के बाद 13 जनवरी से 24 जनवरी तक 12 दिन में 66 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इस अवधि में 112 लोगों को गिरफ्तार किया है। जिला आबकारी अधिकारी शिव सिंह ने बताया कि आबकारी विभाग ने जहरीली शराब से 7 लोगों की मौत के बाद ना केवल जिले में बल्कि पूरे राजस्थान में अभियान चला रखा है और हादसे के बाद आबकारी विभाग ने कार्रवाई करते हुए 66 लोगों को गिरफ्तार किया है। पिछले साल 294 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। जिले में अवैध शराब के कारोबार को पूरी तरह से ठप करने के लिए कार्रवाई की जा रही है। जिले की सीमा उत्तर प्रदेश और हरियाणा से लगती है। इसलिए बॉर्डर पर भी अवैध शराब की आपूर्ति पर विशेष निगाह रखी जा रही है। गौरतलब है कि 13 जनवरी को रूपवास थाना इलाके के गांव चक सामरी में जहरीली शराब पीने से 7 लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर अवैध शराब के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस ने भी गत दिनों इन मौतों के जिम्मेदार तीन शराब तस्करों को उत्तर प्रदेश के आगरा से गिरफ्तार किया था, जो आगरा जिले के रहने वाले है और वहां अवैध शराब बनाकर यहां राजस्थान के इलाकों में कम दामों में बेचते हैं। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप-hindusthansamachar.in